वाराणसी सीट से सपा प्रत्याशी तेज बहादुर यादव के नामांकन पर अटकलें, वकील के साथ निर्वाचन कार्यालय पहुंचे
By धीरज पाल | Published: May 1, 2019 12:48 PM2019-05-01T12:48:41+5:302019-05-01T12:48:41+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: समाजवादी पार्टी (सपा) ने बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेजबहादुर यादव को वाराणसी संसदीय सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी तेज बहादुर यादव के नामांकन पर अटकलें लगी हुई हैं। पहले निर्दलीय फिर सपा से नामांकन दाखिल को लेकर चुनाव आयोग ने तेज बहादुर यादव को नोटिस भेजी थी। इस नोटिस में चुनाव आयोग ने तेज बहादुर से 1 मई को जवाब मांगा था।
तेज बहादुर यादव बुधवार (1 मई) को अपने वकील के साथ सुबह ही जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे। उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी को अपने जवाब दाखिल किए है। एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिला निर्वाचन अधिकारी ने 12.40 बजे तक का समय मांगा है। इसके बाद तेज बहादुर यादव के नामांकन का फैसला भी आ आएगा।
जानिए क्या हा पूरा मामला
दरअसल, बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने पहले निर्दलीय फिर सपा के चुनाव चिन्ह पर नामांकन किया है। इसमें एक में बताया था कि उन्हें भ्रष्टाचार के कारण सेना से बर्खास्त किया गया था, लेकिन दूसरे नामांकन में उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी थी।
इसके बाद जिला निर्वाचन कार्यालय ने तेज बहादुर को नोटिस जारी करते हुए 1 मई तक जवाब देने का समय दिया था। चुनाव आयोग का कहना है कि अगर तेज बहादुर यादव प्रमाण नहीं देते हैं तो उनका नामांकन खारिज कर दिया जाएगा।
नामांकन पत्र की जांच करते हुए निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी करते हुए तेज बहादुर से एक अनापत्ति प्रमाण पत्र मांगा है। आयोग द्वारा जारी किए गए नोटिस में तेज बहादुर से बीएसएफ से एक अनापत्ति प्रमाण पत्र लाने को कहा गया है जिसमें जिसमें यह स्पष्ट हो कि उन्हें नौकरी से किस वजह से बर्खास्त किया गया। तेजबहादुर यादव को इस प्रमाण पत्र को जमा करने के लिए बुधवार तक का समय दिया गया है।
तेजबहादुर पहले प्रधानमंत्री के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी (सपा) ने बीएसएफ के बर्खास्त जवान तेजबहादुर यादव को वाराणसी संसदीय सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपना उम्मीदवार घोषित किया है। तेजबहादुर पहले प्रधानमंत्री के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे। सपा ने पहले इस सीट पर शालिनी यादव को टिकट दिया था। लेकिन नामांकन के आखिरी दिन पार्टी ने तेज बहादुर को टिकट देकर मुकाबले को दिलचस्प बना दिया है।