वाराणसी लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी तेज बहादुर यादव के नामांकन रद्द होने पर सपा अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला किया है। अखिलेश यादव ने कहा कि जब वो राष्ट्रवाद के नाम पर वोट मांग रहे हैं तो उन्हें एक सैनिक का सामना करना चाहिए।
एएनआई न्यूज एजेंसी के मुताबिक अखिलेश यादव ने कहा, 'उन लोगों ने उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया था क्योंकि उन्होंने भोजन के बारे में शिकायत की थी। ऐसे लोगों को वास्तविक देशभक्त कैसे कहा जा सकता है?'
दरअसल, वाराणसी लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी तेज बहादुर यादव नामांकन चुनाव आयोग ने रद्द कर दिया है। पहले निर्दलीय फिर सपा से नामांकन दाखिल को लेकर चुनाव आयोग ने तेज बहादुर यादव को नोटिस भेजी थी। सपा उम्मीदवार के वकील ने कहा कि नामांकन खारिज होने के मामले में वह उच्चतम न्यायालय जाएंगे ।
इस नोटिस में चुनाव आयोग ने तेज बहादुर से बुधवार (1 मई) को जवाब मांगा था। इसके चलते तेज बहादुर यादव आज अपने वकील के साथ सुबह ही जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंचे थे। वहां उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी को अपने जवाब दाखिल किया।
जानिए क्या हा पूरा मामला
दरअसल, बीएसएफ से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने पहले निर्दलीय फिर सपा के चुनाव चिन्ह पर नामांकन किया। इसमें एक में बताया था कि उन्हें भ्रष्टाचार के कारण सेना से बर्खास्त किया गया था, लेकिन दूसरे नामांकन में उन्होंने इसकी जानकारी नहीं दी थी।