मुंबई: 'लोकमत महाराष्ट्रीयन ऑफ द ईयर' पुरस्कार हर साल प्रशासन, राजनीति, चिकित्सा, उद्योग, खेल, कृषि, सीएसआर, सार्वजनिक सेवा-समाज सेवा, शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों को दिया जाता है। इस वर्ष भी पुरस्कार समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के 'महामुलाकात' का संचालन लोकमत समूह के संपादकीय बोर्ड के अध्यक्ष विजय दर्डा और संपादक अतुल कुलकर्णी ने किया।
इस बार 'चार सौ पार' कैसे जुटाएंगे देवेन्द्र फड़णवीस? ऐसा कहते समय 'पॉलिटिकल केमिस्ट्री' कही जाती है। "यह सिर्फ मोदी जी ही नहीं कह रहे हैं, बल्कि खड़गे साहब भी कह रहे हैं, अब की बार 400 पार। इसका मतलब है कि खड़गे साहब को भी उतना ही भरोसा है जितना मोदी जी को है। 2024 का चुनाव राजनीतिक रसायन शास्त्र का चुनाव है। राजनीतिक अर्थशास्त्र में, एक प्लस एक दो होता है। राजनीतिक रसायन शास्त्र में एक और एक ग्यारह होता है और यही वह रसायन विज्ञान है। मोदीजी इसे देखते हैं।"
देवेन्द्र फड़णवीस ने भी कहा है कि ये होने वाला है। हम जैसा सामान्य कार्यकर्ता भी यह महसूस कर रहा है। अगर आप किसी चौराहे पर दस लोगों से पूछेंगे तो सात लोग कहेंगे कि हम मोदीजी को वोट देने जा रहे हैं, यह केमिस्ट्री बन चुकी है। मोदीजी की सबसे बड़ी सफलता उनका सभी वर्गों से सीधा संवाद है। इस बार वोटिंग पॉलिटिकल केमिस्ट्री है।
एमएनएस के साथ गठबंधन पर 'राज की बात' कहते हुए देवेंद्र फड़णवीस ने एक इंटरव्यू में कहा, ''राज ठाकरे हमारे सबसे अच्छे दोस्त हैं।'' राज ठाकरे से मुलाकातें बढ़ गई हैं। इस महागठबंधन में एमएनएस कहां रहेगी? ऐसा सवाल फडनवीस से पूछा गया।
उन्होंने कहा, "समय बताएगा कि मनसे अब कहां होगी। हम राज ठाकरे के मित्र हैं। हमारी बैठकें होती हैं। हम कई विषयों पर बातचीत भी करते हैं। वह कई बार कुछ अच्छे सुझाव देते हैं। कभी-कभी वह हमारी आलोचना भी करते हैं। क्या हम साथ मिलकर काम करेंगे या'' नहीं?" हमें यह जल्द ही पता चल जाएगा। अभी तक ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।"