नयी दिल्ली, 10 फरवरी वाम दलों ने एक न्यूज पोर्टल के कार्यालय पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों की बुधवार को निंदा की और इसे स्वतंत्र मीडिया पर हमला तथा लोकतंत्र और प्रेस की आजादी को कमतर करने का ‘‘खतरनाक’’ प्रयास बताया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने धन शोधन मामले में न्यूज पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’, इसके प्रवर्तकों और कुछ अन्य लोगों से जुड़े कई परिसरों पर मंगलवार को छापेमारी की। दिल्ली, गुरुग्राम तथा कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी की गयी थी।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने एक बयान में कहा, ‘‘स्वतंत्र मीडिया पर एक और हमला हुआ है। माकपा डिजिटल न्यूज पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’ के कार्यालय और इसके संपादकों और मालिकों के परिसरों पर छापेमारी की निंदा करती है।’’
बयान में कहा गया, ‘‘ईडी की कार्रवाई स्वतंत्र न्यूज पोर्टल को डराने-धमकाने और उसे दबाने की कोशिश है। ‘न्यूजक्लिक’ किसानों के प्रदर्शन पर विश्वसनीय और व्यापक खबरें दे रही है।’’
माकपा ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल स्वतंत्र मीडिया को ‘परेशान’ करने और उसे ‘चुप कराने’ में कर रही है।
माकपा ने कहा, ‘‘माकपा ‘न्यूजक्लिक’ और उसके प्रबंधन के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई को रोकने की मांग करती है।’’
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) ने भी एक बयान जारी कर कहा कि यह मीडिया पर हमला है और देश में खतरनाक प्रवृत्ति कायम हो रही है।
भाकपा ने कहा, ‘‘भाकपा का राष्ट्रीय सचिवालय मीडिया और मीडियाकर्मियों पर हमले और उनको परेशान करने के लिए सरकारी एजेंसियों का इस्तेमाल के साथ ही पत्रकारों के कार्यालयों, आवासों पर छापेमारी की बढ़ती प्रवृत्ति की निंदा करती है।’’
भाकपा ने कहा, ‘‘पार्टी इसे खतरनाक प्रवृत्ति मानती है और इस तरह के कदम लोकतंत्र और प्रेस की आजादी के लिए नुकसानदेह हैं।
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