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Video: कूनो में मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया, खुशी का माहौल, देखिए वीडियो

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: January 3, 2024 17:39 IST

अफ्रीकी देश नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया है। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में तीन शावकों जन्म के बाद कर्मचारियों में खुशी का माहौल है। शावकों के जन्म की जानकारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने बुधवार को दी।

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ठळक मुद्दे कूनो राष्ट्रीय उद्यान से एक अच्छी खबर आई हैचीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया हैतीन शावकों जन्म के बाद कर्मचारियों में खुशी का माहौल

भोपाल: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान से एक अच्छी खबर आई है। यहां अफ्रीकी देश नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया है।  कूनो राष्ट्रीय उद्यान में तीन शावकों जन्म के बाद कर्मचारियों में खुशी का माहौल है। शावकों के जन्म की जानकारी केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने बुधवार को दी।

केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री यादव ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "जंगल में शावकों की आवाज गूंजी। यह जानकारी साझा कर खुशी हो रही है कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान तीन नए सदस्यों का स्वागत कर रहा है। शावकों को नामीबिया से लाई गई मादा चीता आशा ने जन्म दिया है।"

उन्होंने इस घटना क्रम को परियोजना चीता की शानदार सफलता करार दिया जिसकी परिकल्पना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पारिस्थितिकी संतुलन बहाल करने के लिए की थी। यादव ने पोस्ट किया, "परियोजना से जुड़े सभी विशेषज्ञों, कूनों राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारियों और पूरे देश के वन्यजीव प्रेमियों को मेरी ओर से शुभकामनाएं।" इससे पहले मार्च 2023 में मादा चीता सियाया ने चार शावकों को जन्म दिया था, लेकिन एक ही शावक जिंदा बच पाया। सियाया का नाम बाद में ज्वाला रखा गया था। ज्वाला को भी नामीबिया से लाकर कूनो राष्ट्रीय उद्यान में बसाया गया था। 

बता दें कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान बीते महीनों में चीतों की मौत के कारण चर्चा में भी रहा है। कूनों में अगल अलग कारणों से कई चीतों ने जान गंवाई तो उन्हें यहां से हटाकर दूसरी जगह भेजने की भी चर्चा छिड़ी लेकिन केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव पहले ही साफ कर चुके हैं कि चीतों को स्थानांतरित करने की कोई योजना नहीं है।

कूनों में चीतों की सेहत को लेकर दक्षिण अफ्रीका एवं नामीबिया के विशेषज्ञों के साथ भी जानकारी साझा की जाती है जहां से ये आए हैं।  ‘प्रोजेक्ट’ चीता के तहत, कुल 20 चीतों को दो दलों में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से केएनपी में लाया गया था। पहला दल नामीबिया से पिछले साल सितंबर में और दूसरा दल इस वर्ष फरवरी में आया।

टॅग्स :मध्य प्रदेशForest Department
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