नई दिल्ली: किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को पृथ्वी विज्ञान मंत्री का पदभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि कानून मंत्रालय से नए विभाग में उनका स्थानांतरण कोई सजा नहीं बल्कि सरकार की एक योजना है। यही नहीं, किरेन रिजिजू ने अपने पिछले मंत्रालय के बारे में सवालों का जवाब देने से यह कहते हुए इनकार कर दिया कि वे अब प्रासंगिक नहीं हैं।
विपक्ष के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, "विपक्ष मेरी आलोचना जरूर करेगा...विपक्ष मेरे खिलाफ बोल रहा है, यह कोई नई बात नहीं है...यह शिफ्टिंग कोई सजा नहीं है, यह सरकार की योजना है, यह पीएम मोदी का विजन है..." रिजिजू को कानून मंत्री के पद से हटाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, "क्या गलत हो गया? क्या बड़बोलेपन ने कार्यपालिका और न्यायपालिका को युद्ध के रास्ते पर खड़ा कर दिया?"
उन्होंने आगे कहा, "झूठ बोलने और इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की उनकी आदत को देखते हुए, 2 रुपये ट्रोल मंत्रालय का नेतृत्व करना भी एक अच्छा विकल्प होता!" रिजिजू को पद से हटाए जाने के बाद कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा, "दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली पार्टी एक पूर्णकालिक कानून मंत्री को भी फाइन नहीं दे पाती।"
उन्होंने कहा, "यह न केवल सत्ता पक्ष में प्रतिभा की कमी को दर्शाता है, बल्कि सरकार की अक्षमता को भी दर्शाता है।"