तिरूवनंतपुरम, 29नवंबर केरल के वित्त मंत्री थॉमस इसाक ने राज्य के स्वामित्व वाले केरल राज्य वित्तीय उद्यम (केएसएफई) के लगभग 40 कार्यालयों में सतर्कता और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के छापों की रविवार को आलोचना की और कहा कि इस कार्रवाई से केवल निजी वित्तीय संस्थानों और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को मदद मिलेगी।
इसाक ने कहा कि वह छापे के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उस तरीके के खिलाफ हैं जिस तरह से शनिवार को छापे मारे गए हैं।
उन्होंने अलप्पुझा में संवाददताओं से कहा ,‘‘ छापों को ले कर मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन इसे उचित तरीके से किया जाना चाहिए। सतर्कता जांच करना, सरकार को जांच रिपोर्ट सौंपना और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई करना सामान्य प्रक्रिया हैं।’’
उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने इसे साजिश रचने के लिए अवसर के तौर पर इस्तेमाल किया है।
मंत्री ने कहा कि सरकार यह पता लगाने के लिए जांच करेगी कि क्या अधिकारियों की इसमें कोई भूमिका थी या यह केवल एक संयोग था।
उन्होंने कहा कि केएसएफई जनता को बेहद आसान तरीके से गोल्ड लोन देता है और यह स्वाभाविक है कि कई लोग इससे खुश नहीं हैं और मुद्दा बनाना चाहते हैं।
इसाक ने प्रश्न किया कि मीडिया को छापे के बारे में जानकारी कैसे मिली।
उन्होंने कहा कि राज्य में निकाय चुनावों से पहले पड़े छापे, लोगों की नजर में संस्थान की छवि को धूमिल करने का एक मौका है और
इससे केवल निजी वित्तीय संस्थानों और राजनीतिक विरोधियों को मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि एजेंसी से रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार उचित निर्णय लेगी।
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