नई दिल्ली: दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार अपनी नई आबकारी नीति को वापस लेने की घोषणा कर चुकी है। लेकिन इससे शुरू हुआ विवाद थम नहीं रहा है। कुछ समय पहले ही दिल्ली के उपराज्यपाल ने केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति में कई तरह की खामियों की शिकायत करते हुए इसकी सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। इसके बाद से ही भाजपा केजरीवाल और मनीष सिसोदिया पर हमलावर है। आज दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने संवाददाता सम्मेलन किया और दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए।
संबित पात्रा ने कहा, "मनीष सिसोदिया जी एक्साइज के पूरे घोटाले में लिप्त हैं। जो शराब माफिया मैन्यूफैक्चरिंग रिटेल में नहीं आ सकते हैं, उन मैन्युफैक्चरर शराब माफियाओं को अरविंद केजरीवाल जी के कहने पर मनीष सिसादिया ने रेवड़ी की तरह दिल्ली में ठेके बांटे। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया ने अपने शराब माफिया दोस्तों का 144 करोड़ रुपया माफ करके याराना निभाया। दिल्ली कैबिनेट ने पहले सब पास कराया, फिर उसके बाद सब खारिज किया क्योंकि उन्हें पता था कि उनसे गलती हुई है।"
संबित पात्रा ने आगे कहा, "अरविंद केजरीवाल जी और मनीष सिसोदिया जी भली भांति जानते हैं कि जो हाल सत्येंद्र जैन का हुआ है, वही हाल मनीष सिसोदिया जी का होने वाला है। कानूनी रूप से वो गलत हैं ये वो भली-भांति जानते हैं। इसलिए इन्होंने ये निर्णय लिया है कि चलो हंगामा बरपाएं।"
रोजगार के मुद्दे पर केजरीवाल को घेरते हुए संबित पात्रा ने कहा, "अरविंद केजरीवाल ने एक भाषण में दावा किया कि उन्होंने 10 लाख लोगों को नौकरी दी। एक आरटीआई के जवाब में पता चला कि सिर्फ 3,246 लोगों को नौकरी दी गई। एक अन्य आरटीआई में खुलासा हुआ कि उन्होंने सिर्फ 849 लोगों को नौकरी दी।"
संबित पात्रा ने आगे कहा, "कैग की रिपोर्ट के अनुसार चार साल की अवधि में दिल्ली का कर्ज 7% बढ़ा है। कैग की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली सरकार विकास निधि का उपयोग करने में विफल रही और इसलिए यह व्यर्थ हो गई।" भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार की 39 योजनाएं सिर्फ कागज पर हैं। इन 39 योजनाओं पर एक भी पैसा खर्च नहीं हुआ।