कश्मीर: दो दिनों में चार आतंकी ढेर, मई महीने में हुई 15 मुठभेड़ में कुल 27 आतंकी मारे गये
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 31, 2022 03:01 PM2022-05-31T15:01:58+5:302022-05-31T15:05:50+5:30
कश्मीर में फिलहाल कोई ऐसा दिन खाली नहीं जा रहा है, जिस दिन सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ नहीं हो रही है। इसी क्रम में ऑपरेशन तलाश करो और मार डालो के तहत सुरक्षाबलों ने दो दिनों में कुल चार आतंकियों को मारा है।
जम्मू: कश्मीर के अवंतिपोरा में सुरक्षाबलों ने आज दो आतंकियों को ढेर कर दिया। वहीं कल भी पुलवामा में सुरक्षाबलों के हाथों दो आतंकी मारे गए थे। इस तरह से मई महीने में होने वाली 15 मुठभेड़ों में कुल 27 आतंकी मारे गए हैं। इस साल अभी तक 91 आतंकी मारे गए हैं और मई महीने में मारे जाने वाले आतंकियों का आंकड़ा सबसे बड़ा है।
कश्मीर में फिलहाल कोई ऐसा दिन खाली नहीं जा रहा है, जिस दिन सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ नहीं हो रही है। इसी क्रम में ऑपरेशन तलाश करो और मार डालो के तहत सुरक्षाबलों ने दो दिनों में कुल चार आतंकियों को मारा है।
हालांकि मई का महीना आतंकियों के लिए काल साबित हुआ है। इस महीने में समाचार लिखे जाने तक सुरक्षाबलों ने 15 कामयाब ऑपरेशन आतंकियों के खिलाफ चलाए और 27 आतंकियों को ढेर कर दिया।
इस महीने भी मारे जाने वाले आतंकियों में आधे से अधिक विदेशी थे, जबकि 1 जनवरी से लेकर 31 मई तक मारे गए 91 आतंकियों में से आधे विदेशी आतंकी थे, जिनमें से आधे को दक्षिण कश्मीर में ढेर किया गया था।
जानकारी के लिए सुरक्षाबल सरकार के निर्देश पर अमरनाथ यात्रा की सकुशलता की खातिर दक्षिण कश्मीर में ही ऑपरेशन छेड़े हुए हैं। जबकि यह भी सच्चाई है कि आतंकियों का रूख भी इस बार दक्षिण कश्मीर की ओर इसलिए है क्योंकि उन्हें सीमा पार से ऐसा करने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल उन्हें दक्षिण कश्मीर में संपन्न होने जा रही अमरनाथ यात्रा को टारगेट करने के लिए कहा गया है। इतना जरूर था कि मई के महीने में अगर सबसे ज्यादा आतंकी मारे गए तो 5 नागरिक और 3 पुलिसकर्मियों के साथ ही सेना का एक पोर्टर भी घुसपैठ का प्रयास नाकाम करते हुए मारा गया।
सबसे कम आतंकी फरवरी में मारे गए थे, तब उनकी संख्या 7 थी और जनवरी में 20, मार्च में 13 तथा अप्रैल में 24 आतंकी मारे गए। मरने वाले आतंकियों की बढ़ती संख्या के प्रति सुरक्षाधिकारी कहते थे कि घुसपैठ के प्रयास तेज हुए हैं और कई घुसने में भी कामयाब हुए हैं।