INX मीडिया मामला: कार्ति चिदंबरम को कोर्ट ने एक दिन के लिए CBI हिरासत में भेजा
By रामदीप मिश्रा | Updated: February 28, 2018 19:39 IST2018-02-28T18:38:47+5:302018-02-28T19:39:25+5:30
सीबीआई ने बुधवार को ही कार्ति चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया मनी लॉन्ड्रिंग मामले गिरफ्तार किया। उसके मुताबिक, गिरफ्तारी इसलिए हुई क्योंकि वह इस मामले की जांच में बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे थे।

INX मीडिया मामला: कार्ति चिदंबरम को कोर्ट ने एक दिन के लिए CBI हिरासत में भेजा
नई दिल्ली, 28 फरवरी: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कांग्रेस नेता पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चेन्नई एयरपोर्ट से गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को ही दिल्ली की सीबीआई कोर्ट में पेश किया। सुनवाई के दौरान सीबीआई ने कहा कि कार्ति चिदंबरम जांच के समय जवाबों को टाल रहे हैं। उन्होंने सबूतों के संबंध में गलत बयान दिए हैं, जिसकी वजह से जांच में देरी हो रही है। वहींं कोर्ट ने कार्ति चिदंबरम को एक दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा है।
CBI says "#KartiChidambaram is evasive in his replies and investigation. He made incorrect statements with respect to evidence. All this delays the conclusion of investigation." https://t.co/NgJDHJdt0k
— ANI (@ANI) February 28, 2018
वहीं, कार्ति चिदंबरम के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट को बताया कि सीबीआई द्वारा कार्ती चिदंबरम के खिलाफ यह सबसे विचित्र मामला है। यह गिरफ्तारी प्रेरित है। पिछले 6 महीनों में उन्हें एक भी सम्मन जारी नहीं किया गया है। उन्हें अगस्त 2017 में सम्मन जारी किया गया था। दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में सिंघवी ने कहा कि मैं दूसरों की तरह 'हिंदुस्तान लीवर' नहीं हूं।
Abhishek Manu Singhvi tells Court that it is most bizarre case against #KartiChidambaram by CBI. The arrest is motivated. He hasn't been given a single summon in last 6 months & allegations made by CBI that he is not cooperating, when no summon has been issued after August 2017.
— ANI (@ANI) February 28, 2018
सिंघवी ने कोर्ट को बताया कि कार्ति चिदंबरम का एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग (पी) लिमिटेड के साथ कोई संबंध नहीं है, जिसने कथित तौर पर रिश्वत प्राप्त की थी और इस मामले में हमेशा ईडी और सीबीआई के साथ सहयोग किया गया है।
I am not a 'Hindustan Leaver' like others. CBI arrested me on the grounds of my return: Abhishek Manu Singhvi (Counsel for #KartiChidambaram) in Delhi's Patiala House Court
— ANI (@ANI) February 28, 2018
इससे पहले सीबीआई ने बुधवार को ही कार्ति चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया मनी लॉन्ड्रिंग मामले गिरफ्तार किया। उसके मुताबिक, गिरफ्तारी इसलिए हुई क्योंकि वह इस मामले की जांच में बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे थे और इसके बाद वह कोर्ट से अनुमति लेकर विदेश गए हुए थे। कार्ति चिदंबरम बुधवार सुबह ही भारत लौटे थे, जहां सीबीआई ने उन्हें चेन्नई एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया।
इधर, कार्ति चिदंबरम के सीए एस भास्कर रमन को सीबीआई पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पिछले साल 15 मई को सीबीआई ने कार्ति के खिलाफ आपराधिक षड्यंत्र रचने, धोखाधड़ी, भ्रष्ट और अवैध काम के लिए धन लेने, सरकारी कर्मचारी को निर्णय बदलने के लिए प्रभावित करने और आपराधिक दुराचार के मामले दर्ज किए थे।
बता दें कि कार्ति चिदंबरम के अकाउंटेंट को शुक्रवार (16 फरवरी) को गिरफ्तार किया गया था। इससे पहले अदालत ने पूर्व मीडिया शख्सियत इंद्राणी मुखर्जी को आईएनएक्स मीडिया से संबंधित मामले में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। सीबीआई की दो दिन की अभिरक्षा समाप्त होने के बाद उन्हें विशेष न्यायाधीश सुनील राणा के समक्ष पेश किया गया।
कार्ति चिदंबरम पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने कथित रूप से मुम्बई के आईएनएक्स मीडिया (अब 9एक्स मीडिया) को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) से हरी झंडी दिलाने के नाम पर 3. 5 करोड़ रुपये लिए थे। उस समय आईएनएक्स मीडिया को इंद्राणी मुखर्जी और पीटर संचालित कर रहे थे। ये दोनों शीना बोरा हत्याकांड में आरोपी हैं।
दर्ज एफआईआर में पी चिदंबरम का उल्लेख नहीं है, यद्यपि मामले के अनुसार उन्होंने 18 मई 2007 को एफआईपीबी बैठक में कंपनी में 4.62 करोड़ रुपये प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को एफआईपीबी स्वीकृति दी थी। हालांकि कार्ति ने आरोपों को सिरे से गलत बताया है।