बेंगलोर: कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक से पहले डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के समर्थक मुख्यमंत्री पद के लिए अपने नेताओं की दावेदारी तेज करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इससे पहले डीके शिवकुमार के समर्थकों ने सीएम पद के लिए उनके पोस्टर लगाए थे, अब इसके बाद समर्थक बेंगलुरु में उनके आवास के बाहर एकत्र हुए और 'हम डीके शिवकुमार को मुख्यमंत्री चाहते हैं' के नारे लगाए।
केपीसीसी प्रमुख के रूप में कर्नाटक में कांग्रेस के विजयी अभियान का नेतृत्व करने वाले शिवकुमार पहले ही कह चुके हैं कि उनके और मुख्यमंत्री पद के एक अन्य आकांक्षी सिद्धारमैया के बीच कोई मतभेद नहीं है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने वोक्कालिगा नेता के हवाले से कहा, 'कुछ लोग कहते हैं कि सिद्धारमैया के साथ मेरे मतभेद हैं लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। मैंने कई बार पार्टी के लिए कुर्बानी दी है और सिद्धारमैया जी के साथ खड़ा हुआ हूं। मैंने सिद्धारमैया को सहयोग दिया है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले, शिवकुमार ने तुमकुर के नोनविनकेरे में श्री कड़ासिद्देश्वर मठ का दौरा किया। कर्नाटक में कांग्रेस के सबसे कद्दावर वोक्कालिगा नेता शिवकुमार गांधी परिवार के वफादार हैं और उन्हें पार्टी के लिए संकटमोचक माना जाता है। वह आठ बार विधायक रहे हैं और 2002 में महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री विलास राव देशमुख की विश्वास मत में जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
बता दें कि एक दिन पहले शनिवार को आए विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने राज्य की 224 विधानसभा सीटों में से 135 सीटें जीती हैं। जबकि भारतीय जनता पार्टी को 66 सीटों में जीत हासिल हुई है। तीसरे नंबर की पार्टी जनता दल (सेकुलर) रही है, जिसके खाते में 19 सीटें आई है।