कर्नाटक में कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन सरकार पर संकट मंडरा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी ने 17 जनवरी तक सरकार गिराने की योजना बनाई है। गठबंधन के तीन विधायकों के लापता होने की खबरें आ रही हैं। हालांकि सीएम कुमारास्वामी ने कहा है कि वो सभी विधायकों से संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि सभी विधायक अनुमति लेकर मुंबई गए थे। फिलहाल विधानसभा की स्थिति देखते हुए कुमारास्वामी सरकार सुरक्षित प्रतीत हो रही है।
कर्नाटक विधानसभा की स्थिति
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस-जेडी(एस) के पास कुल 116 विधायक और बीजेपी के पास 104 सदस्य हैं। इसके अलावा दो निर्दलीय और एक बीएसपी विधायक भी सत्ताधारी पक्ष में है। इस वजह से गठबंधन सरकार का आंकड़ा 119 है।
इस स्थिति में अगर 3-4 विधायक बागी भी हो जाते हैं तो सरकार सुरक्षित रह सकती है। बीजेपी की कोशिश है कि विधानसभा में विधायकों की संख्या 207 तक लाई जाए जिससे 104 बहुमत हो जाएगा। इसके लिए 16 विधायकों का इस्तीफा चाहिए जो कि आसान नहीं है।
बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप
कर्नाटक के जल संसाधन मंत्री डी के. शिवकुमार ने रविवार को कहा कि राज्य की गठबंधन (कांग्रेस- जेडीएस) सरकार को गिराने के लिए भाजपा का ‘ऑपरेशन लोटस’ वास्तव में चल रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के तीन विधायक मुंबई के एक होटल में भाजपा के कुछ नेताओं के साथ डेरा डाले हुए है।
कांग्रेस नेता शिवकुमार ने कहा , ‘‘राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त जारी है। हमारे तीन विधायक भाजपा के कुछ विधायकों और नेताओं के साथ मुंबई के एक होटल में हैं। वहां क्या कुछ हुआ है उन्हें कितनी रकम की पेशकश की गई है, उससे हम अवगत हैं।’’
गौरतलब है कि 2008 में कर्नाटक में बीएस येदियुरप्पा नीत सरकार की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भाजपा द्वारा कई विपक्षी विधायकों को कथित प्रलोभन दिए जाने को ‘ऑपरेशन लोटस’ के नाम से जाना जाता है।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा और एएनआई से इनपुट्स लेकर