कर्नाटक के मंत्री का सनसनीखेज दावा, केंद्रीय नेताओं समेत 48 राजनेता हनी ट्रैप में फंसे
By रुस्तम राणा | Updated: March 20, 2025 21:47 IST2025-03-20T21:47:49+5:302025-03-20T21:47:49+5:30
कर्नाटक के सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने विधानसभा में स्वीकार किया कि केंद्रीय नेताओं समेत कम से कम 48 राजनेता हनी ट्रैप में फंस चुके हैं, जिसके बाद विधानसभा में इस पर गहन चर्चा हुई।

कर्नाटक के मंत्री का सनसनीखेज दावा, केंद्रीय नेताओं समेत 48 राजनेता हनी ट्रैप में फंसे
बेंगलुरु: कर्नाटक के एक मंत्री के हनी ट्रैप में फंसने की अफवाहों से शुरू हुआ मामला अब एक बड़े विवाद में तब्दील हो गया है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय नेताओं समेत करीब 48 राजनीतिक नेता इस तरह के राजनीतिक जाल में फंस चुके हैं। कर्नाटक के सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने विधानसभा में स्वीकार किया कि केंद्रीय नेताओं समेत कम से कम 48 राजनेता हनी ट्रैप में फंस चुके हैं, जिसके बाद विधानसभा में इस पर गहन चर्चा हुई।
उन्होंने कहा, "मेरी जानकारी के अनुसार, इन सीडी और पेन ड्राइव के शिकार सिर्फ़ एक या दो नहीं बल्कि लगभग 48 लोग हुए हैं। और जब मैं 'एक' कहता हूँ, तो मेरा मतलब सिर्फ़ मेरे पक्ष के लोगों से नहीं है," उन्होंने अपनी पार्टी के सहयोगियों की ओर इशारा करते हुए कहा, "वे (विपक्ष की ओर इशारा करते हुए) भी इसमें शामिल हैं।" उन्होंने जोर देकर कहा कि यह मुद्दा किसी एक पार्टी तक सीमित नहीं है और उन्होंने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
राजन्ना ने विधानसभा में कहा, "आदरणीय अध्यक्ष महोदय, कर्नाटक को सीडी और पेन ड्राइव की फैक्ट्री कहा गया है - मेरे द्वारा नहीं, बल्कि कई लोगों द्वारा। यह एक गंभीर आरोप है। ऐसी खबरें हैं कि तुमकुरु के दो शक्तिशाली मंत्री हनी ट्रैप में फंस गए हैं। अब, मैं तुमकुरु के मंत्रियों में से एक हूं, और दूसरे डॉ. परमेश्वर हैं - बस हम दोनों। कई कहानियां सामने आ रही हैं। अगर मैं यहां इसका जवाब दूंगा, तो यह उचित नहीं होगा।"
उन्होंने आगे कहा कि वे गृह मंत्री से लिखित शिकायत करेंगे और पूरी जांच की मांग करेंगे। उन्होंने कहा, "इसके पीछे निर्माता कौन हैं? इसमें कौन निर्देशक शामिल हैं? सब कुछ सामने आना चाहिए। लोगों को पता चलना चाहिए।" राजन्ना के बेटे एमएलसी राजेंद्र ने भी इस मुद्दे को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले छह महीनों से नेताओं को हनी ट्रैप करने की कोशिशें चल रही हैं।
उन्होंने कहा, "कैबिनेट मंत्री पहले ही बयान दे चुके हैं कि जांच होनी चाहिए। मुझे लगता है कि गृह मंत्री इसकी जांच करेंगे।" हनी ट्रैपिंग प्रक्रिया के बारे में बताते हुए राजेंद्र ने कहा, "वे व्हाट्सएप पर कॉल करेंगे, या कोई मैसेज होगा। पिछले छह महीनों से ऐसा हो रहा है। इसलिए पिछले दो महीनों से वे इसका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। जांच पूरी होने दें।"