Hijab Row: हिजाब के विषय पर आये कर्नाटक उच्च न्यायालय के ऐतिहासिक फैसले के बाद मंगलवार को झारखंड के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने यह टिप्पणी कर लोगों को अचंभित कर दिया कि ‘अब कोर्ट भी भाजपा ही चला रही है।’ कर्नाटक उच्च न्यायालय ने छात्राओं के स्कूल में हिजाब पहन कर जाने के विवाद पर आज अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाया है।
न्यायालय की पूर्ण पीठ ने कहा है कि हिजाब पहनना इस्लाम का अभिन्न अंग नहीं है तथा स्कूल और कॉलेजों में हिजाब पहनने पर रोक जारी रहेगी। इस फैसले के बाद कई लोगों द्वारा इस पर प्रतिक्रिया भी आया है जिसमें कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी भी शामिल हैं।
क्या कहा कांग्रेस विधायक ने
इस फैसले से खिन्न कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी ने यहां विधानसभा परिसर में पत्रकारों से बातचीत में टिप्पणी की, ‘‘मैं कोर्ट के आदेश पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं लेकिन इतना जरूर कहना चाहूंगा कि अब अदालत को भी भाजपा चला रही है।’’ झारखंड में जामताड़ा के कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी से जब मीडिया ने कर्नाटक उच्च न्यायालय के इस फैसले पर प्रतिक्रिया पूछी तो उन्होंने यह टिप्पणी की है।
भाजपा ने कांग्रेस विधायक के बयान की आलोचना की
मुख्य विपक्षी भाजपा के रांची से विधायक एवं पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने इस बयान की कड़ी आलोचना की और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हाल के चुनावों में जबर्दस्त हार के चलते अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। इरफान अंसारी ने राज्य में मंत्रिमंडल के फेरबदल मामले को लेकर पूछे गए एक अन्य सवाल पर कहा, ‘‘भाजपा वाले क्या कहते हैं, यह मैं नहीं जानता हूं लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि कांग्रेस के आलाकमान की ओर से राज्य में कांग्रेस कोटे के तमाम मंत्रियों की समीक्षा की जा रही है, उनके कामों की समीक्षा के आधार पर ही सबकुछ तय होगा।’’
हिजाब फैसले पर क्या कहा रक्षा मंत्री ने
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर प्रतिबंध का समर्थन करने वाले कर्नाटक उच्च न्यायालय के फैसले का सभी को स्वागत करना चाहिए। फिक्की महिला संगठन द्वारा यहां आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ ने कहा कि कोई भी देश या समाज तब तक विकसित नहीं हो सकता, जब तक वह महिलाओं का सम्मान नहीं करता।
महिलाओं का सम्मान नहीं है तो समाज या देश का विकास नहीं हो सकता- रक्षा मंत्री
रक्षा मंत्री ने कहा, “मैं बहुत विश्वास के साथ कह सकता हूं कि अगर महिलाओं का सम्मान नहीं है तो समाज या देश का विकास नहीं हो सकता। महिलाओं के प्रति भारत का दृष्टिकोण पारंपरिक रूप से सकारात्मक और प्रगतिशील रहा है।” उन्होंने कहा, “आज आपने देखा कि कर्नाटक उच्च न्यायालय ने एक फैसला दिया है। मुझे लगता है कि हर किसी को इसका स्वागत करना चाहिए।”