कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने पहले की मोहल्ला क्लीनिक की तारीफ, फिर मारी पलटी, कहा- यह गेम-चेंजर नहीं है
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: August 4, 2023 08:56 PM2023-08-04T20:56:22+5:302023-08-04T20:57:48+5:30
मोहल्ला क्लीनिक के दौरे के बाद पहले तो कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने इसकी बड़ाई की लेकिन एक घंटे बाद ही वह पलट गए और इसे ओवररेटेड बता दिया।
नई दिल्ली: कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस नेता दिनेश गुंडू राव ने शुक्रवार को नई दिल्ली में आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक का दौरा किया। उनकी यात्रा का मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्वागत किया। मोहल्ला क्लिनिक के दौरे के बाद पहले तो कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने इसकी बड़ाई की लेकिन एक घंटे बाद ही वह पलट गए और इसे ओवररेटेड बता दिया।
मोहल्ला क्लीनिक में सुविधाओं का जायजा लेने के दौरान दिनेश गुंडू राव के साथ दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और कर्नाटक भवन के चिकित्सा अधिकारी कार्तिक भी थे। इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए, दिनेश गुंडू राव ने कहा कि उन्होंने मोहल्ला क्लीनिकों के बारे में बहुत कुछ सुना था और उन्हें देखना चाहता था। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मैं चर्चा करना चाहता था कि वे (आप सरकार) स्वास्थ्य नीतियों को कैसे लागू कर रहे हैं। दिनेश गुंडू राव के दौरे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दोनों राज्य सरकारें एक दूसरे से काफी कुछ सीख सकती हैं।
हालांकि थोड़ी ही देर में दिनेश गुंडू राव ने पलटी मार दी और कहा कि यह उतना प्रभावशाली नहीं है। मीडिया से बात करते हुए कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, "यह उतना प्रभावशाली नहीं है। हमारे राज्य में भी ऐसे मॉडल हैं। वहां ज्यादा लोग नहीं थे, यह गेम-चेंजर नहीं है। मैं यह नहीं कह रहा कि यह बुरा है, लेकिन यह वैसा नहीं है जैसा इसे बनाया गया है। दक्षिण में कई मॉडल हैं - तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक। हम प्राथमिक से लेकर सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल चलाते हैं। इसलिए, यह कोई गेम-चेंजर जैसी चीज़ नहीं है, जैसा मैंने देखा।"
क्या है मोहल्ला क्लीनिक
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने बड़े अस्पतालों की भीड़ कम करने के लिए मोहल्ला क्लीनिक की शुरुआत की थी। इस क्लीनिक में निर्धन वर्ग के लोगों को मुफ्त जांच, दवाओं और परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। मोहल्ला क्लीनिक में 212 तरह की जांच मुफ्त की जाती हैं। इसके अलावा यह व्यवस्था भी की गई है कि यदि किसी मरीज को अल्ट्रासाउंड की आवश्यकता महसूस होती है तो डॉक्टर के लिखने पर किसी निजी लैब में वह जांच की जाएगी। अरविंद केजरीवाल सरकार इसे गरीबों के कल्याण के लिए चलाई गई अब तक की सबसे असरदार योजना बताती है।