बेंगलुरु: राज्य विधानमंडल का मानसून सत्र तीन जुलाई से शुरू होगा। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया चालू वित्त वर्ष के लिए अपना पहला बजट 7 जुलाई को पेश करेंगे। इस वर्ष बजट का आकार पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई सरकार द्वारा पेश किए गए बजट से कम से कम 25000 करोड़ रु. अधिक होगा।
सीएम सिद्धारमैया ने इस बात पर प्रकाश डाला कि बजट 3.09 लाख करोड रुपये से बढ़कर करीब 3.35 लाख करोड़ रुपये होगा। कांग्रेस की पांच चुनावी गारंटी के क्रियान्वयन के लिए प्रावधान करने के लिए इसे बढ़ाया जाएगा क्योंकि योजनाओं के लिए सरकार की आवश्यकता सालाना 60 हजार करोड रुपये है।
आगामी बजट के लिए, सीएम सिद्धारमैया मजबूत आर्थिक विकास, संसाधन जुटाने, फंड विकास, कल्याणकारी उपाय, कर उछाल और कांग्रेस पार्टी की पांच गारंटी योजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
सभी की निगाहें बजट पर हैं क्योंकि लोग यह जानने के लिए उत्सुक हैं कि सीएम सिद्धारमैया, जो वित्त मंत्री भी हैं, सभी आवश्यकताओं, खासकर कांग्रेस की पांच चुनावी गारंटी के क्रियान्वयन जिसके लिये चालू वित्त वर्ष में कई हजार करोड रुपये की आवश्यकता है धन का सही वितरण किस तरह करेंगे।
यह अनुमान लगाया जा रहा है कि बजट में वृद्धि स्टांप और पंजीकरण, उत्पाद शुल्क और मोटर वाहन कर से वार्षिक राजस्व लक्ष्य में बढ़ोतरी से उत्पन्न होगी। इसके अलावा, शराब पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क और बढ़िया डाइनिंग रेस्तरां पर सेवा कर में बढ़ोतरी होगी।
यह भी माना जा रहा है कि पांच चुनावी गारंटी के क्रियान्वयन पर ध्यान केंद्रित करते हुए मुख्यमंत्री पिछली भाजपा सरकार द्वारा घोषित कुछ योजनाओं को हटा सकते हैं और किसी नई योजना की घोषणा नहीं करेंगे।
पहले दिन, नई सरकार के कार्यभार संभालने के बाद परंपरा के अनुसार, राज्यपाल थावरचंद गहलोत दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे।
पहला दिन हंगामेदार रहने की उम्मीद है क्योंकि भाजपा और जद (एस) कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बना रही हैं। गौरतलब है कि विधान सौदा में शुरू होने वाले विधानमंडल सत्र के लिए बेंगलुरु पुलिस ने 2 किमी के दायरे में और उसके आसपास 12 दिनों के लिये निषेधाज्ञा लागू कर दी है। पुलिस कमिश्नर बी.दयानंद ने विधान सौदा के प्रतिबंधित क्षेत्र में सभी जुलूसों और पांच या अधिक व्यक्तियों की सभाओं पर रोक लगाने के आदेश जारी किए हैं।