एग्जिट पोल से गदगद बीजेपी के लिए झटकाः जेडीएस ने कहा- नहीं जाएंगे कमल के साथ, कांग्रेस को खुद बढ़ाना होगा हाथ
By आदित्य द्विवेदी | Published: May 13, 2018 09:09 AM2018-05-13T09:09:26+5:302018-05-13T09:09:26+5:30
Karnataka Assembly elections 2018: अधिकांश एग्जिट पोल्स ने कर्नाटक में त्रिशंकु विधानसभा के दावे किए हैं। बीजेपी-कांग्रेस को बहुमत ना मिलने की स्थिति में जेडी(एस) किंगमेकर की भूमिका निभाएगी।
बेंगलुरु, 13 मई: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद आए नौ एग्जिट पोल्स में से सात ने त्रिशंकु विधानसभा के दावे किए हैं। 224 सीटों वाली विधानसभा में कोई भी पार्टी बहुमत का जादुई आंकड़ा नहीं छू सकेगी। ज्यादातर एग्जिट पोल ने बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी, कांग्रेस को दूसरे नंबर और जेडीएस को तीसरे नंबर पर दिखाया है। इस स्थिति में एचडी देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस किंगमेकर की भूमिका में है। अब ऐसे में एक बड़ा सवाल उठता है कि जेडीएस किस पार्टी को अपना समर्थन देगी?
एग्जिट पोल के नतीजों के बाद जेडीएस ने कहा है कि बीजेपी के साथ गठबंधन का सवाल ही नहीं है। जेडीएस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और महासचिव दानिश अली ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'अगर कांग्रेस पूर्ण बहुमत से वंचित रह जाती है तो ये उसकी जिम्मेदारी है कि आगे आकर हाथ बढ़ाए। कांग्रेस को यह भी तय करना होगा कि वो 2019 का चुनाव किस तरह से लड़ेगी?' दानिश अली ने कहा कि हर बार जेडीएस की जिम्मेदारी नहीं है कि वो सेकुलरिज्म का प्रमाण पत्र दिखाए।
बीजेपी को समर्थन करने की राह में एक और रोड़ा हैं मायावती। जेडीएस ने मायावती के साथ मिलकर कर्नाटक चुनाव लड़ा है। दोनों पार्टियों ने साम्प्रदायिक ताकतों के खिलाफ एक-दूसरे से गठबंधन किया था। ऐसे में बीजेपी के साथ मिलकर असहज स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सिद्धारमैया पूर्ण बहुमत को लेकर आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा, 'हमें देवगौड़ा की पार्टी का समर्थन लेकर सरकार बनाने की जरूरत ही नहीं है। हम पूर्ण बहुमत से सत्ता में आ रहे हैं।' सिद्धारमैया की ही बात को आगे बढ़ाते हुए कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा कि अभी से सवाल उठाने ठीक नहीं हैं। ये सिर्फ एग्जिट पोल हैं अंतिम नजीते नहीं हैं।
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