कर्नाटक: भाजपा के बीसी पाटिल और नरसिम्हा नायक ने की डीके शिवकुमार से मुलाकात, अफवाहों का बाजार हुआ गर्म
By अनुभा जैन | Published: September 4, 2023 02:22 PM2023-09-04T14:22:35+5:302023-09-04T14:50:24+5:30
कर्नाटक में विपक्षी नेताओं, खासकर भाजपा नेताओं को लुभाने के लिए कांग्रेस का ’ऑपरेशन हस्त’ पूरे जोरों पर चल रहा है।
बेंगलुरु:कर्नाटक में विपक्षी नेताओं, खासकर भाजपा नेताओं को लुभाने के लिए कांग्रेस का ’ऑपरेशन हस्त’ पूरे जोरों पर चल रहा है। इसी क्रम में अटकलें हैं कि बीजेपी के पूर्व मंत्री बीसी पाटिल और पूर्व विधायक नरसिम्हा नायक उर्फ राजू गौड़ा ने कन्नड़ स्टार सुदीप के जन्मदिन समारोह में डिप्टी सीएम डीके शिव कुमार से मुलाकात की है।
हालांकि, दोनों नेताओं ने पार्टी छोड़ने या कांग्रेस में शामिल होने की किसी भी संभावना से इनकार किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि डीकेएस से उनकी मुलाकात अप्रत्याशित और महज एक संयोग थी। नायक ने कहा, “सुदीप ने हमें अपने जन्मदिन समारोह में आमंत्रित किया, जहां हमारी मुलाकात हुई।“
नायक ने माना कि 2021 में बीएस येदियुरप्पा को सीएम पद से हटाने के बाद बीजेपी में कुछ हद तक गिरावट दिखी थी, जो फिर नहीं बढ़ी। उन्होंने आगे कहा, ’’येदियुरप्पा सभी नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं और एक पिता की तरह ही हमसे अपने बच्चों की तरह बात करते हैं। वह मुद्दों को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। हम उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे।”
गौरतलब है कि राज्य में कांग्रेस को सत्ता में आए 100 दिन हो गए हैं लेकिन विपक्ष का कोई नेता नहीं है। पूर्व सीएम और कांग्रेस एमएलसी जगदीश शेट्टार ने कहा कि राज्य बीजेपी बेहद दुखद स्थिति में है। पार्टी को कम से कम विपक्ष का कोई नेता तो तय कर लेना चाहिए।
कर्नाटक बीजेपी पर मुट्ठी भर लोगों का कब्जा है। जगदीश शेट्टर ने आरोप लगाया कि पार्टी में कुप्रबंधन है और कई नाखुश बीजेपी नेता कांग्रेस में शामिल होने के इच्छुक हैं। केंद्र की प्राथमिकता “एक राष्ट्र एक चुनाव“ पर उन्होंने कहा कि पूरे देश में एक साथ चुनाव कराना संभव नहीं है। संसदीय चुनावों से कुछ ही महीने दूर होने को देखते हुए इस अवधारणा का अध्ययन करने के लिए एक समिति बनाने का भी कोई मतलब नहीं है।
इधर, भाजपा में लिंगायत नेताओं के बीच बढ़ती नाराजगी के साथ एमएलसी प्रदीप शेट्टार ने पार्टी नेताओं से आग्रह किया कि वे पार्टी की कर्नाटक इकाई में समुदाय के नेताओं वीरशैव-लिंगायत को दरकिनार न करें और 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले प्रतिक्रिया से बचने के लिए उन्हें विश्वास में लें।
शेट्टार ने आगे कहा कि भाजपा का नेतृत्व येदियुरप्पा, जगदीश शेट्टार आदि जैसे लिंगायत नेता कर रहे थे क्योंकि येदियुरप्पा को सीएम पद से हटा दिया गया था और शेट्टार ने टिकट से वंचित होने के बाद पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने कहा कि लिंगायतों के समर्थन के बिना कर्नाटक में भाजपा फल-फूल नहीं सकती।