कर्नाटक: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस की बड़ी तैयारी, सीएम सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने पदाधिकारियों के साथ बैठक की
By अनुभा जैन | Published: August 14, 2023 07:07 PM2023-08-14T19:07:40+5:302023-08-14T19:09:04+5:30
बैठक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डीसीएम और केपी अध्यक्ष डीके शिवकुमार के अलावा केपीसीसी की राज्य इकाई के पदाधिकारियों, अग्रिम पंक्ति की इकाइयों के नेताओं, जिला और कांग्रेस अध्यक्षों और कैडरों ने भाग लिया।
बेंगलुरु: बेंगलुरु में 14 अगस्त, सोमवार को हुई कांग्रेस के सभी सदस्यों की बैठक में अगले लोकसभा चुनाव की तैयारी और राज्य सरकार की पंचखत्री योजनाओं को लाभार्थियों तक पहुंचाने समेत अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, केपीसीसी अध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री डी.के.शिवकुमार ने पार्टी के भारत जोड़ो भवन में आयोजित बैठक का नेतृत्व किया, जहां कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
इस माह में पंचखत्री योजनाओं के क्रियान्वयन का विशेष महत्व है। लोकार्पित होने वाली गृहलक्ष्मी योजना को घर-घर कार्यक्रम के रूप में पहुंचाने का निर्देश दिया गया है। कार्यकर्ताओं को सलाह दी गयी कि इस कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी लोग ईमानदारी से काम करें।
बैठक में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डीसीएम और केपी अध्यक्ष डीके शिवकुमार, मंत्री केएच मुनियप्पा, केजे जॉर्ज, दिनेश गुंडुराव, रामलिंगा रेड्डी, ईश्वर खंड्रे, केपीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष सलीम अहमद, पूर्व मुख्यमंत्री वीरप्पामोयली, राज्यसभा सदस्य जीसीचंद्रशेखर, दानश्यारा रहमान खान, मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव के.गोविंदराज और अन्य उपस्थित थे।
बैठक में केपीसीसी की राज्य इकाई के पदाधिकारियों, अग्रिम पंक्ति की इकाइयों के नेताओं, जिला और कांग्रेस अध्यक्षों और कैडरों ने भाग लिया। नेताओं ने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि सभी लोग संगठित होकर काम करें, क्योंकि अगले चुनाव में 22 सीटों पर जीत जरूरी है। अंदरूनी कलह भूलकर कांग्रेस के पक्ष में काम करने की हिदायत दी गई है। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चेतावनी दी गई है कि अगले लोकसभा चुनाव में चाहे कोई भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल हो, यह कार्रवाई बिना किसी हिचकिचाहट के की जायेगी। कार्यकर्ताओं को पार्टी प्रत्याशियों के चयन समेत हर चरण में सक्रिय भागीदारी निभानी चाहिए। आने वाले दिनों में पार्टी में उनकी हैसियत इस आधार पर तय होगी कि उन्हें बूथ स्तर पर किसे और कितने वोट मिलते हैं। प्रभावशाली लोगों की पैरवी करके अवसर प्राप्त नहीं किया जा सकता। ऐसे में जमीनी स्तर पर पार्टी संगठन को प्राथमिकता देने पर चर्चा की गई है।