Karnataka Assembly Elections 2023: येदियुरप्पा ने कहा, "लिंगायत 101 फीसदी भाजपा के साथ, वोक्कालिगा की लड़ाई भी हम ही लड़ रहे हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 9, 2023 02:12 PM2023-05-09T14:12:34+5:302023-05-09T14:15:27+5:30
कर्नाटक में वोटिंग से दो दिन पूर्व बीएस येदियुरप्पा ने बीते सोमवार को दावा किया कि राजनैतिक हैसियत से कर्नाटक की सियासत में निर्णायक भूमिका निभाने वाला लिंगायत समुदाय 101 फीसदी भाजपा के साथ है।
बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए 10 मई यानी बुधवार को वोटिंग होने से भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बीते सोमवार को दावा किया कि राजनैतिक हैसियत से कर्नाटक की सियासत में निर्णायक भूमिका निभाने वाला लिंगायत समुदाय 101 फीसदी भाजपा के साथ है।
इसी दावे में लिंगायत के प्रभावशाली नेता येदियुरप्पा ने सूबे के दूसरी अन्य सबसे प्रभावशाली समुदाय वोक्कलिगा के प्रति भी सहानभूति पैदा करने के लिए कहा कि इस चुनाव में भाजपा ही एक अकेली ऐसी पार्टी है, जो वोक्कलिगाओं की भी लड़ाई लड़ रही है।
पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि भाजपा के बरक्स खड़ी नजर आ रही मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के नेता लिंगायत समुदाय में 'फूट डालो-राज करो'की नीति के तहत 'राजनीतिक रूप से विभाजित' करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन वो इस दांव में फेल हो गये हैं।
कर्नाटक के सबसे बड़े भाजपा नेता येदियुरप्पा का यह बयान रविवार को हुबली में कांग्रेस के समर्थन में एक वीरशैव-लिंगायत फोरम द्वारा 10 मई को वोटिंग के लिए जारी हुए खुले पत्र के जवाब में आया है।
येदियुरप्पा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "कांग्रेस की ओर से यह प्रयास नहीं किया गया है. इससे पहले भी उन्होंने लिंगायत समुदाय को राजनीतिक रूप से विभाजित करने के लिए कई तरह के हथकंडे आजमाए थे। लेकिन मुझे अब भी 101 फीसदी भरोसा है कि लिंगायत समुदाय भाजपा को छोड़कर कहीं नहीं जाने वाला है। लिंगायत समुदाय के 70 से अधिक प्रमुख पुजारी पार्टी के संपर्क में हैं और उन्होंने भाजपा को अपना समर्थन देने का आश्वासन दिया है क्योंकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई में अपना विश्वास जताते हैं।"
इसे साथ ही उन्होंने इस बात का बी दावा किया कि सूबे की एससी/एसटी जनसंख्या पूरी तरह से भाजपा के साथ है। उन्होंने कहा, "बोम्मई सरकार ने इन समुदायों के लिए आरक्षण बढ़ाने जैसे कई कल्याणकारी उपाय किए हैं। इससे पार्टी को उम्मीद है कि उसकी सीटें बढ़कर 130-135 तक रहेगी और भाजपा अपने बल पर फिर से सत्ता पर काबिज होगी।
उन्होंने कहा, "हम न केवल लिंगायतों बल्कि वोक्कालिगाओं के लिए भी आरक्षण की कानूनी लड़ाई भी लड़ रहे हैं। वोक्कलिगा समुदाय को केवल भाजपा से उम्मीद है। जेडीएस और कांग्रेस से वो ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।"
येदियुरप्पा ने कांग्रेस के पक्ष में किसी बी तरह के लहर को इनकार करते हुए कहा कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता से कोई मुकाबला ही नहीं है। उन्होंने कहा, “यूपी चुनाव में भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने जनता के बीच पैठ बनाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रचार किया, कई रोड शो किये थे लेकिन 5 से अधिक सीटें नहीं मिली। इसलिए, भाजपा का मानना है कि यहां भी उनसे कुछ नहीं होने वाला है।"
एक सवाल के जवाब में येदियुरप्पा ने दावा किया कि कांग्रेस नेता सिद्धारमैया वरुणा निर्वाचन क्षेत्र से बुरी तरह चुनाव हारेंगे क्योंकि भाजपा ने सिद्धारमैया के खिलाफ लिंगायत समुदाय के वरिष्ठ नेता वी सोमन्ना को मैदान में उतारा है और वो दिन-रात अपने निर्वाचन क्षेत्र में मेहनत कर रहे हैं।