Karnataka Assembly Elections 2023: कांग्रेस में भारी उथल-पुथल, डीके शिवकुमार ने कहा, "चुनाव बाद मल्लिकार्जुन खड़गे सीएम बनें तो खुशी से काम करूंगा"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 10, 2023 09:35 PM2023-04-10T21:35:41+5:302023-04-10T21:39:47+5:30
कर्नाटक में कांग्रेस के संभावित जीत के आसार को देखते हुए मुख्यमंत्री पद की दौड़ में प्रबल दावेदार माने जा रहे कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर ऐसा बयान दे दिया है, जिसके कारण सिद्धारमैया खेमा भौचक है।
बेंगलुरु: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लेकर घमासान तेज हो गया है। कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी से मुख्यमंत्री पद के लिए दो प्रमुख दावेदारों डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के बीच भीतरखाने चल रहे शीत युद्ध में उस समय बड़ा बदलाव देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री पद की दौड़ में प्रबल दावेदार माने जा रहे कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को लेकर ऐसा बयान दिया। जिसके कारण सिद्धारमैया खेमा भी भौचक है।
जी हां, कर्नाटक कांग्रेस के प्रमुख डीके शिवकुमार ने, जो स्वयं विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावित जीत के बाद मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं। उन्होंने यह कह कर कांग्रेस में चल रही भीतरी खेमेबंदी को तगड़ झटका दे दिया है कि अगर अखिल भारतीय कांग्रेस के प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे सूबे के चुनाव में कांग्रेस की जीत के बाद मुख्यमंत्री बने तो उन्हें खुशी होगी और वो उनकी अगुवाई में काम करने में अच्छा महसूस करेंगे।
डीके शिवकुमार ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे न केवल उनके बल्कि पूरे कांग्रेस के नेता हैं। इस कारण से उन्हें खड़गे के नेतृत्व में काम करने में बेहद खुशी होगी। इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस प्रमुख ने राष्ट्रीय कांग्रेस प्रमुख खड़गे को सीधे तौर पर सूबे की राजनीति में खिंच लिया है। उन्होंने कहा कि अस्सी साल के मल्लिकार्जुन खड़गे ने अतीत में पार्टी आलाकमान के फैसलों का पालन करते हुए एक नहीं कई बार खुद का बलिदान दिया है।
उन्होंने कहा, “मल्लिकार्जुन खड़गे हम सभी के लिए अभिवावक की तरह हैं। वह न केवल हमारे राज्य कर्नाटक बल्कि देश के लिए अमूल्य धरोहर की तरह हैं। अगर पार्टी उन्हें कर्नाटक की कमान सौंपती है तो मैं पार्टी के फैसले का स्वागत करूंगा। वह मुझसे 20 साल सीनियर हैं। मैं 1985 में पहली बार विधानसभा में पहुंचा था और खड़गे जी 1972 में पहुंचे थे।"
शिवकुमार ने आगे कहा, "जून 2009 में पार्टी आलाकमान ने सिद्धारमैया को सीएम बनाने का ऐलान किया तो खड़गे ने आधी रात को कांग्रेस विधायक दल के नेता के रूप में इस्तीफा दे दिया था। आज की तारीख में वह पार्टी के आंतरिक चुनाव से कांग्रेस के अध्यक्ष बने हैं, जो किसी अन्य पार्टी में संभव नहीं है। खड़गे के एआईसीसी अध्यक्ष बनने के बाद राज्य कांग्रेस को बहुत बढ़ावा मिला। इसलिए मैं उनकी इच्छा के खिलाफ नहीं जाऊंगा।"
मालूम हो कि कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। उससे पहले शिवकुमार के मुख्यमंत्री पद संबंधी इस बयान से कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। राजनीति के जानकारों का मानना है कि डीके शिवकुमार ने ऐसा बयान देकर और मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम आगे करके मौजूदा कांग्रेस विधायक दल के नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया को एख ही चाल से शह और मात देने का प्रयास किया है, जो लगातार शिवकुमार की दावेदारी के बरक्स आखिरी बार मुख्यमंत्री बनने की चाहत सार्वजनिक रूप से प्रगट कर रहे हैं।