Karnataka Assembly Elections 2023: बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद ने जगह-जगह पर कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र के खिलाफ किया प्रदर्शन
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 4, 2023 07:15 PM2023-05-04T19:15:55+5:302023-05-04T19:21:42+5:30
कर्नाटक में भाजपा द्वारा छेड़े गये 'बजरंग बली बनाम बजरंग दल' की मुहिम को अब धार्मिक संगठनों बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का भी साथ मिल गया और उन दोनों ने कांग्रेस के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
बेंगलुरु: कर्नाटक में आगामी 10 मई को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है लेकिन उससे पहले सूबे की सियासत में तेजी से बदलाव हो रहा है। विपक्षी दल कांग्रेस जहां सूबे की सत्ताधारी पार्टी भाजपा भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने का प्रयास कर रही थी, वहीं भ्रष्टाचार के आरोपों से आहत भाजपा ने कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र को ही उसके खिलाफ हथियार बना लिया है। भाजपा द्वारा सूबे में छेड़े गये 'बजरंग बली बनाम बजरंग दल' की मुहिम को अब धार्मिक संगठनों बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद का भी साथ मिल गया और उन दोनों ने कांग्रेस के खिलाफ राज्यव्यापी विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
बताया जा रहा है कि शिमोगा में गुरुवार की सुबह जैसे ही भाजपा नेता ईश्वरप्पा ने कांग्रेस का घोषणा पत्र जलाया, बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने राज्य के कई हिस्सों में सड़कों पर उतर गये और कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा में कर्नाटक की जनता से वादा किया है कि अगर उसे चुनाव में जीत मिलती है तो वह सत्ता में आने की बाद बजरंग दल को प्रतिबंधित कर देगी।
जानकारी के अनुसार कांग्रेस के इस ऐलान से आहत बजरंग दल औऱ विहिप के कार्यकर्ताओं ने पूरे सूबे में जगह-जगह "हनुमान चालीसा" का जाप किया और कांग्रेस के घोषणा पत्र की प्रतियां जलाईं। इसके अलावा प्रदर्शनकारी कांग्रेस के विरोध में हनुमान मंदिर या अन्य मंदिरों में पूजा और हवन कर रहे हैं।
इस संबंध में विश्व हिंदू परिषद के सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन बेंगलुरु, चिक्काबल्लापुरा, श्रीरंगपटना, मांड्या और चिक्कमगलुरु में आयोजित हुए । श्रीरंगपटना में तो बजरंग दल के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का घोषणापत्र फाड़ा और चप्पलों से उसकी पिटाई भी की। इसके साथ ही बजरंग दल और विहिप के नेताओं ने वीडियो संदेश जारी करके लोगों से बड़ी संख्या में कांग्रेस के विरोध की अपील की।
विहिप और बजरंग दल के नेताओं से लोगों से अपील की कि वह हिंदू एकता का प्रदर्शन करते हुए 10 मई को कांग्रेस को वोट न करें। वहीं इस धरने-प्रदर्शन पर कर्नाटक कांग्रेस ने कहा कि वह अपने घोषणापत्र में बजरंग दल पर लगाये प्रतिबंध के प्रति दृढ़ हैं और अगर कंग्रेस सत्ता में आती है तो बजरंग दल को प्रतिबंधित करके रहेंगे।
कांग्रेस ने कहा, "हम मानते हैं कि कर्नाटक की जनता के लिए कानून और संविधान सबसे उपर है और बजरंग दल, पीएफआई जैसे संगठनों द्वारा इसका उल्लंघन नहीं किया जा सकता है। वो बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समुदायों के बीच शत्रुता या घृणा को बढ़ावा नहीं दे सकते हैं।"