Karnataka Assembly Elections 2023: अमित शाह ने पार्टी नेताओं से कहा, "बागियों पर कड़ी नजर रखें, उन्हें हराना है"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 23, 2023 12:59 PM2023-04-23T12:59:55+5:302023-04-23T13:03:33+5:30
कर्नाटक में अमित शाह विशेष तौर पर दो सीटों, जिनमें से एक जगदीश शेट्टर की हुबली-घारवाड़ की सीट है और दूसरी लक्ष्मण सावदी की सीट अथानी सीट है। उसे लेकर पार्टी बैठक में विचार-विमर्श किया और उन दोनों सीट पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित कराने के लिए डटकर काम करने की सलाह दी।
बेंगलुरु: केंद्रीय गृहमंत्री और कर्नाटक चुनाव में भाजपा की चुनावी रणनीति को देखने वाले अमित शाह ने पार्टी के राज्य ईकाई के नेताओं को कहा है कि वो उन विधानसभा सीटों पर विशेष नजर बनाये रखें, जहां से भाजपा के नेताओं ने बगावत की है। इसके साथ ही अमित शाह ने कहा कि पार्टी के नेता इस बात का भी अंदाजा लगाते रहें कि पार्टी के विद्रोही नेता अपने-अपने क्षेत्रों में किस तरह से भाजपा के वोटबैंक में सेंधमारी कर रहे हैं और अगर वो ऐसा कर रहे हैं, तो उन्हें रोकने के कड़े उपाय किये जाएं।
कर्नाटक चुनाव को बेहद बारीकी से देख रहे अमित शाह ने बागियों से निपटने के लिए जवाबी रणनीति तैयार करने और मिनट-टू-मिनट उन्हें अपडेट प्रदान करने का आदेश पार्टी कैडर को दिया है। इस संबंध में पार्टी के वरिष्ठ नेता ने नाम न बताते हुए बताया कि बीते शुक्रवार की रात में अमित शाह ने बेंगलुरु के होटल में नेताओं की बैठक में सारी स्थिति देखने और समझने के बाद आदेश दिया कि बागियों से निपटने के लिए पार्टी के राज्य स्तरीय वरिष्ठ नेता जल्द से जल्द व्यापक रणनीति तैयार करें और उनसे हो रहे कथित वोटों के नुकसान को रोकने का प्रयास करें।
इसके साथ ही गृहमंत्री शाह ने यह भी कहा कि पार्टी नेता बागियों की सारी गतिविधियों पर कड़ाई से निगरानी रखें, वो किनसे मिल रहे हैं और भाजपा को नुकसान पहुंचाने के लिए क्या-क्या कर रहे हैं। भाजपा नेताओं को उनके प्रभाव को बेअसर करना है और साथ ही जनता को उनके पक्ष में जाने से रोकना है। पार्टी के नेता बागियों पर हर वक्त नजर बनाये रहें और तत्काल उनकी टीम को अपडेट करें ताकि पार्टी उनके खिलाफ काउंटर रणनीति तैयार कर सके।
खबरों के अनुसार अमित शाह कर्नाटक में विशेष तौर पर दो सीटों, जिनमें से एक जगदीश शेट्टर वाली हुबली-घारवाड़ की सीट और दूसरी लक्ष्मण सावदी की सीट अथानी को लेकर ज्यादा चिंता में हैं और उन दोनों सीट पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित कराने के लिए बेहद बारीक रणनीति पर काम रहे हैं। भाजपा सूत्रों ने कहा, "अमित शाह ने कहा कि भाजपा से बगावत करने वाले सभी बागियों को सबक सिखाया जाना जरूरी है। पार्टी किसी भी कीमत पर शेट्टर और सावदी के बगावत को माफ नहीं कर सकती है, इसलिए उनके समेत सभी बागियों को हराया जाना तय होना चाहिए।"
समाचार वेबसाइट डेक्कन हेराल्ड के अनुसार अमित शाह ने नेताओं को कथित तौर से सलाह दी कि वो केवल समुदाय विशेष (लिंगायत) पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय अन्य समुदायों, धार्मिक नेताओं और प्रभावशाली लोगों से बातचीत करें और मठों और मंदिरों तक जाएं ताकि विभिन्न समुदाय के मतदाता पार्टी की ओर आकर्षित हों।
इस संबंध में भाजपा के एक वरिष्ठ नेता कहा, "अगले मुख्यमंत्री के तौर पर 'लिंगायत सीएम' के नारे को उभारे जाने के बीच अमित शाह ने पार्टी की चुनावी योजना पर संतोष जताया लेकिन उन्हेंने इसके साथ ही पार्टी नेताओं को यह भी आदेश दिया कि चुनावी प्रचार में किसी भी समुदाय को भावनात्मक तौर पर चोट नहीं पहुंचाना है।"
इसके साथ ही बैठक में तय किया गया कि भाजपा जहां-जहां कड़ी लड़ाई में है, वहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पार्टी के स्टार प्रचारकों की सघन रैलियां का आयोजन होना चाहिए। बैठक में इस बात का भी आंकलन किया गया कि राज्य में कम से कम 30 ऐसी सीटें हैं, जहां के चुनाव परिणाम भाजपा या कांग्रेस के लिए खेल बना भी सकते हैं और बिगाड़ भी सकते हैं। इसलिए पार्टी यह सुनिश्चित करेगी की ऐसी सीटों पर पीएम मोदी या यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित केंद्रीय नेताओं की रैलियां की जाएं ताकि मतदाताओं का झुकाव पार्टी की ओर हो सके।