कर्नाटक: आज होगी मतगणना, बीजेपी और कांग्रेस में नंबर 1 की दौड़, जेडीएस बन सकती है किंगमेकर
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Updated: May 15, 2018 07:30 IST2018-05-15T07:06:37+5:302018-05-15T07:30:00+5:30
कर्नाटक विधान सभा की 222 सीटों के लिए 12 मई को मतदान हुआ था। मतगणना आज सुबह करीब आठ बजे शुरू होगी। नतीजे शाम तक आ जाएंगे।

Karnataka assembly election 2018| बीजेपी | कांग्रेस | जेडीएस
मंगलवार (15 मई) को कर्नाटक विधान सभा चुनाव की मतपेटियाँ खुलते ही इनमें बंद 2654 उम्मीदवारों की किस्मत का पिटारा भी खुल जाएगा। चुनाव आयोग के अनुसार इस साल 1952 के बाद सबसे अधिक 72. 13 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य की 224 विधान सभा सीटों में से 222 सीटों के लिए मतदान हुए हैं। दो सीटों के लिए 28 मई को चुनाव होंगे। राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस, विपक्षी दल भारती जनता पार्टी(बीजेपी) और जनता दल (सेकुलर) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला माना जा रहा है। किसी भी दल को राज्य में सरकार बनाने के लिए 113 सीटों पर जीत हासिल करनी होगी।
राज्य के 2.44 करोड़ महिला मतदाताओं समेत कुल 4.97 करोड़ वोटरों ने अभूतपूर्व संख्या में वोट देकर इस चुनाव को लेकर सभी की जिज्ञासा को अभूतपूर्व रूप से बढ़ा दिया है। मतदान के बाद आए 12 एग्जिट पोल्स में से सात ने बीजेपी के सबसे बड़े दल के रूप में उभरने की घोषणा की है। वहीं पाँच एग्जिट पोल्स में कांग्रेस के सबसे बड़े दल के रूप में सामने आने का अनुमान जताया है। खास बात ये है कि किसी भी एग्जिट पोल्स में किसी भी दल को 120 सीटों से ज्यादा जीतने का अनुमान नहीं जताया गया है। इससे साफ है कि नतीजे जिसके पक्ष में जाएं, मुकाबला नजदीकी होगा।
1983 में रामकृष्ण हेगड़े के नेतृत्व में राज्य में जनता पार्टी की सरकार बनी थी। उसके बाद से ही राज्य की राजनीति में कांग्रेस को जनता पार्टी या उससे निकले जनता दल (सेकुलर) से चुनौती मिलती रही है। राम मंदिर आंदोलन के उभार के साथ ही राज्य में दक्षिणपंथी राजनीति का उभार हुआ। करीब डेढ़ दशक बाद 2007 में बीएस येदियुरप्पा राज्य के पहले बीजेपी मुख्यमंत्री बने। पिछले डेढ़ दशकों से कांग्रेस, बीजेपी और जेडीएस के बीच सत्ता का अदल-बदल होता रहा है। बीजेपी ने बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में चुनाव लड़ा। कांग्रेस ने सीएम सिद्धारमैया के नेतृत्व में चुनाव लड़ा। जेडीएस एचडी देवगौड़ा और एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व में चुनाव लड़ी।
एग्जिट पोल्स में जिस तरह त्रिशंकु विधान सभा के आसार जताए गये हैं उसे देखते हुए जेडीएस किंगमेकर बनकर उभरेगी। नतीजे आने से पहले जेडीएस कह चुकी है कि वो बीजेपी के साथ नहीं जाएगी। लेकिन जेडीएस के इस आश्वासन पर शायद ही किसी को यकीन हो। दूसरी तरफ कांग्रेसी सीएम सिद्धारमैया ने नतीजे आने से पहले यह बयान देकर लोगों को चौंका दिया कि अगर उनकी पार्टी किसी दलित को सीएम बनाना चाहेगी तो वो उसके लिए रास्ते से हटने के लिए तैयार हैं। बीजेपी के नेता बीएस येदियुप्पा नतीजे आने से पहले पूरे आत्मविश्वास से कहा है कि वो पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाने के लिए तैयार हैं।
कर्नाटक विधान सभा चुनाव 2018 से जुड़े फैक्ट-
- कुल 224 सीटें। 2,654 उम्मीदवार। जयनगर और राजराजेश्वरी नगर में विधान सभा चुनाव
- 224 विधानसभा सीटों में से 36 सीटें अनुसूचित जाति और 15 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।
- - 2,564 प्रत्याशियों का विश्लेषण करने पर 883 (34 प्रतिशत) करोड़पति उम्मीदवार हैं। कांग्रेस की तरफ से 207 (94 प्रतिशत) करोड़पति उम्मीदवार और बीजेपी ने 208 (93 प्रतिशत) करोड़पति उम्मीदवार लड़ रहे हैं। जेडीयू के 77 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं।
- 2,564 में से 645 प्रत्याशी (24 प्रतिशत) ऐसे हैं जिनपर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं। साथ ही साथ 25 प्रतिशत विधानसभाओं को रेड अलर्ट घोषित किया गया है। क्योंकि यहां से दो-तीन से ज्यादा प्रत्याशियों पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं।
- कर्नाटक चुनाव में सबसे छोटी विधानसभा दसरहल्ली सीट है जहां सिर्फ 2.3 लाख पुरुष और 2 लाख महिला मतदाता हैं। यहां से पी.एन. कृष्णामूर्ति कांग्रेस से, आर. मंजुनाथ जेडीएस से और एस मुनिराजु बीजेपी की तरफ से चुनाव लड़ रहे हैं।
- कर्नाटक की सबसे बड़ी विधानसभा हलियाल सीट है। यहां कांग्रेस के टिकट पर आरवी देशपांडे, जेडीएस की तरफ से केआर रमेश और बीजेपी की तरफ से सुनील वी हेगड़े चुनाव लड़ रहे हैं।
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