नई दिल्ली, 20 अप्रैल: कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने उन मीडिया रिपोर्ट्स के दावा का खंडन किया है, जिसमें ये कहा जा रहा है कि चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा के खिलाफ मनमोहन सिंह ने हस्ताक्षर करने से इंकार कर दिया है। कपिल सिब्बल ने इन दावों को गलत बताते हुए कहा है- 'ये सरासर गलत बात है कि मनमोहन सिंह ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग पर हस्ताक्षर नहीं किया है।'
कांग्रेस की अगुवाई में सात पार्टियां मिलकर सीजेआई दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोग लेकर आई है। सीजेआई के खिलाफ महाभियोग का नोटिस कांग्रेस ने राज्यसभा सभापति वेकैंया नायडू को सौंपा है। इस महाभियोग नोटिस पर सात पार्टी के 64 सांसदों के साइन हैं। जज बीएच लोया केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस ने यह कदम उठाया है। इन दलों के नेताओं ने बैठक के बाद नोटिस देने का फैसला किया था।
महाभियोग के नोटिस पर हस्ताक्षर करने वाले दलों में कांग्रेस, राकांपा, माकपा, भाकपा , सपा , बसपा और मुस्लिम लीग शामिल हैं। बता दें कि पूरे 71 सांसद हैं लेकिन इनमें से सात रिटायर हो चुके हैं। सीजेआई दीपक मिश्रा के खिलाफ महाभियोगा लाने के पीछे पार्टियों ने पांच कारण बताएं हैं।