बंगाल के नदिया में कन्याश्री विश्वविद्यालय और राज्यभर में कन्याश्री महाविद्यालय खुलेंगेः ममता
By भाषा | Published: October 11, 2019 05:25 PM2019-10-11T17:25:58+5:302019-10-11T17:25:58+5:30
कन्याश्री विश्वविद्यालय केवल महिलाओं के लिए होगा। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बनर्जी ने ट्विटर पर लिखा कि उनकी सरकार ने बालिकाओं के सशक्तीकरण के लिए कन्याश्री योजना की शुरुआत की थी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि लड़कियों के सशक्तीकरण के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने नदिया जिले में कन्याश्री विश्वविद्यालय और राज्यभर में कन्याश्री महाविद्यालय खोलने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने जनवरी में नदिया जिले के कृष्णनगर में नये विश्वविद्यालय की आधारशिला रखी थी। कन्याश्री विश्वविद्यालय केवल महिलाओं के लिए होगा। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बनर्जी ने ट्विटर पर लिखा कि उनकी सरकार ने बालिकाओं के सशक्तीकरण के लिए कन्याश्री योजना की शुरुआत की थी।
2013 में इसे शुरू किए जाने के बाद से अब तक सरकार इसके लिए सात हजार करोड़ रुपये का बजट आवंटित कर चुकी है। योजना का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं की स्कूली शिक्षा सुनिश्चित करना और 18 वर्ष की आयु होने से पहले उनका विवाह रोकना है।
Kolkata: West Bengal CM Mamata Banerjee and Governor Jagdeep Dhankhar at Red Road for Durga Puja Carnival 2019 pic.twitter.com/aooNbLAVsa
— ANI (@ANI) October 11, 2019
ममता बनर्जी ने ट्विटर पर लिखा ' आज अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस है। हमारी सरकार ने 2013 में कन्याश्री योजना शुरू की जिसे 2017 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा पुरस्कृत किया गया। कन्याश्री बालिकाओं को स्कूल से लेकर कॉलेज स्तर तक सशक्त बनाती है... अब तक कन्याश्री के जरिये 60 लाख छात्राओं को सहायता प्रदान की गई। '
कन्याश्री प्रकल्प नामक एक अन्य योजना का उद्देश्य सशर्त धन स्थानांतरण से समाज के वंचित परिवारों की बालिकाओं के स्तर को सुधारना है। इस योजना में वंचित तबके की बालिकाओं को दो प्रकार से धन स्थानांतरित किया जाता है।
कक्षा आठ में पढ़ने वाली 13-18 वर्षीय बालिकाओं को पढ़ाई जारी रखने तक अविवाहित रहने की शर्त पर प्रतिवर्ष 750 रुपये दिए जाते हैं। 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर लड़कियों को एकमुश्त 25 हजार रुपये दिए जाते हैं जिससे तब तक अविवाहित रहते हुए पढ़ाई करने या रोजगार के प्रयास की शर्त जुड़ी हुई है।