मध्य प्रदेश में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल को पत्र लिख कर छह मंत्रियों को तत्काल हटाने की सिफारिश की। इन छह मंत्रियों के नाम हैं- लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तुलसी सिलावट, श्रम मंत्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी, खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर एवं स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी शामिल हैं।
Chief Minister Kamal Nath writes to Madhya Pradesh Governor, recommends the immediate removal of six ministers. pic.twitter.com/wcUxg6LKLt— ANI (@ANI) March 10, 2020
ये छह मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थित हैं। जिनके बीते रात मोबाइल फोन बंद थे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित उनके 27 समर्थक विधायकों के मोबाइल फोन बीती रात (9 मार्च) अचानक बंद होने के बाद बुलाई गई प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में मौजूद करीब 20 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रति आस्था जताते हुए इस्तीफा सौंप था।
कमलनाथ से नाराज चल रहे ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया मंगलवार (10 मार्च) को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस्तीफा दे दिया है। इसके कुछ घंटे बाद ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक बिसाहूलाल साहू भी शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए हैं।