लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के दौरान की एक तस्वीर पर विवाद छिड़ गया है। कल्याण सिंह का निधन शनिवार रात 89 साल की उम्र में हो गया था। उनके मुख्यमंत्री रहते ही अयोध्या में बाबरी मस्जिद गिराया गया था।
बहरहाल, उनके निधन पर सभी पार्टी के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी रविवार को कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन के लिए लखनऊ स्थित उनके आवास पहुंचे थे।
पीएम मोदी ने उनके निधन पर शोक जताते हुए कहा कि कल्याण सिंह ने अपने नाम को सार्थक किया और जीवन भर लोगों के लिए काम करते हुए जनकल्याण को हमेशा प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह जनसामान्य के लिए प्रेरणा का प्रतीक बने।
तिरंगे के ऊपर पार्टी के झंडे को लेकर विवाद
कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए पीएम मोदी सहित कई और जाने-माने नेता पहुंचे थे। इसी को लेकर एक तस्वीर भाजपा की ओर से ट्वीट किया गया जिसमें कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर पर तिरंगा को लपेटा गया है। हालांकि तिरंगा का आधा हिस्सा उसके ऊपर रखे भाजपा के झंडे से ढका हुआ था।
इस तस्वीर के सामने आने के साथ ही विवाद छिड़ गया। कांग्रेस नेता और सांसद शशि थरूर ने इसे लेकर सवाल उठाया। वहीं यूथ कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास बीवी ने लिखा, 'क्या नये भारत में भारतीय झंडे के ऊपर पार्टी का झंडा रखा ठीक है?'
वहीं, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने लिखा, 'तिरंगे के ऊपर पार्टी का झंडा, यह भाजपा है- कोई पछतावा नहीं।'
वहीं, कुछ और यूजर्स ने तिरंगे के ऊपर पार्टी के झंडे को रखे जाने पर ऐतराज जताया है।
बता दें कि कानून के अनुसाप राष्ट्रीय ध्वज और भारत के संविधान का अपमान करने पर अधिकतम तीन साल तक के कारावास या जुर्माना या दोनों से दंडित करने का प्रावधान है।
इस साल की शुरुआत में किसानों की रैली के दौरान भी लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज का अनादर हुआ था। किसानों द्वारा लाल किले में प्रवेश के बाद वहां धार्मिक ध्वज फहराने की बात सामने आई थी। भाजपा और केंद्र सरकार ने तब इस मुद्दे पर कहा था कि राष्ट्रीय ध्वज के अपमान को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।