लोकसभा में गरजे ज्योतिरादित्य सिंधिया, कहा- विपक्ष को देश की नहीं केवल अपनी हैसियत की चिंता है

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: August 10, 2023 15:50 IST2023-08-10T15:48:34+5:302023-08-10T15:50:17+5:30

पीएम मोदी पर लगाए गए आरोपों के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा और कहा कि विपक्ष को माफी मांगनी चाहिए। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विपक्ष को न देश की चिंता है। न पीएम के पद की चिंता है, न राष्ट्रपति के पद की चिंता है। इनको तो केवल अपनी हैसियत की चिंता है।

Jyotiraditya Scindia in the Lok Sabha opposition is not concerned about the country | लोकसभा में गरजे ज्योतिरादित्य सिंधिया, कहा- विपक्ष को देश की नहीं केवल अपनी हैसियत की चिंता है

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (फाइल फोटो)

Highlightsमहाराष्ट्र से एक ऐसी खबर आई है जो फिर से चिंता बढ़ाने वाली हैमहीनों बाद कोविड-19 से पहली मौत की खबर आई हैमृतक 75 वर्षीय व्यक्ति था, जिसे लिवर कार्सिनोमा की पुरानी बीमारी थी

मुंबई: कोरोना महामारी के खतरे को अब लगभग खत्म मान लिया गया है। लेकिन इसी बीच महाराष्ट्र से एक ऐसी खबर आई है जो फिर से चिंता बढ़ाने वाली है। दरअसल राज्य सरकार ने बताया है कि बुधवार को कोविड-19 से एक मौत हुई है। महीनों बाद कोविड-19 से पहली मौत की खबर आई है। हालांकि के ये मृत्यु जुलाई महीने में हुई थी लेकिन इस मौत को सरकारी रिकॉर्ड में शामिल करने का काम इसी बुधवार को हुआ।

बीएमसी के कार्यकारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दक्ष शाह ने बताया कि मृतक 75 वर्षीय व्यक्ति था, जिसे लिवर कार्सिनोमा की पुरानी बीमारी थी। उन्होंने कहा कि हालांकि वह व्यक्ति कोविड-19 से संक्रमित था, लेकिन संक्रमण उसकी मौत का प्राथमिक कारण नहीं था। ये चिंता की बात इसलिए है क्योंकि  पूरे जून और जुलाई में कोविड से एक भी मौत रिपोर्ट नहीं की गई थी। महाराष्ट्र में बुधवार को 14 नए कोविड मामले सामने आए। इस समय टेस्टिंग भी काफी कम हो रही है।

बता दें कि हाल ही में कोविड के एक वैरिएंट का पता चला है जो पूरे यूनाइटेड किंगडम में तेजी से फैल रहा है। इससे भी ज्यादा समस्या की बात ये है कि नया कोविड-19 वैरिएंट की उपस्थिति भारत के महाराष्ट्र में भी पाई गई है। 

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि ईजी.5.1, उपनाम 'एरिस', घातक ओमिक्रॉन का एक उप-संस्करण है जो इस साल मई से महाराष्ट्र में सक्रिय है। इसी की वजह से राज्य में मामलों में वृद्धि देखी गई है।

जीनोम अनुक्रमण के लिए महाराष्ट्र के समन्वयक और पुणे के बीजे मेडिकल कॉलेज के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राजेश कार्यकार्टे ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि ईजी.5.1 का मई में महाराष्ट्र में पता चला था। चूंकि इसका पता चलने के बाद दो महीने बीत चुके हैं और जून और जुलाई में कोविड में कोई महत्वपूर्ण वृद्धि नहीं हुई है, इसलिए यह उप-संस्करण कोई प्रभाव डालता नहीं दिख रहा है। XBB.1.16 और XBB.2.3 अभी भी हावी हैं।

हालांकि भारत के लिए राहत की बात ये है कि EG.5.1 अब तक भारत में हावी नहीं हो पाया है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 43 सक्रिय मामले मुंबई में हैं, इसके बाद पुणे में 34 और ठाणे में 25 हैं। रायगढ़, सांगली, सोलापुर, सतारा और पालघर में वर्तमान में एक-एक सक्रिय मामला है। विशेषज्ञ सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। 

Web Title: Jyotiraditya Scindia in the Lok Sabha opposition is not concerned about the country

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