JNU Violence: बैठक से दूर रहे कुलपति जगदीश कुमार, अधिकारियों के साथ एचआरडी की बैठक, रिपोर्ट सौंपी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 6, 2020 01:43 PM2020-01-06T13:43:45+5:302020-01-06T14:59:06+5:30
जेएनयू अधिकारियों के साथ एचआरडी की बैठक सम्पन्न हो गई है। कुलपति जगदीश कुमार बैठक से दूर रहे। अधिकारी ने कहा कि जेएनयू ने परिसर में हुई हिंसा के संबंध में एचआरडी मंत्रालय को विस्तृत रिपोर्ट सौंपी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जेएनयू में हुई हिंसा के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को बैठक के लिए बुलाया था।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में हमले के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एचआरडी) ने विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ सोमवार को बैठक की लेकिन विश्वविद्यालय के कुलपति जगदीश कुमार इसमें शामिल नहीं हुए।
बैठक में जेएनयू रजिस्टार, प्रॉक्टर और प्रशासन के अन्य अधिकारी शामिल हुए। उन्होंने मंत्रालय के अधिकारियों को परिसर में हुए हमले के घटनाक्रम और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। एचआरडी मंत्रालय ने जेएनयू में रविवार को हुए हमले के बाद तत्काल बैठक बुलाई थी।
मंत्रालय ने रविवार को जेएनयू के रजिस्टार प्रमोद कुमार से छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले के संबंध में तत्काल रिपोर्ट देने को कहा था। इस बैठक के मद्देनजर शास्त्री भवन के बाहर सोमवार को भारी पुलिस बल तैनात किया गया है, जहां एचआरडी मंत्रालय है।
जेएनयू के कुलपति एम. जगदीश कुमार ने कहा, ‘‘ पूरे घटनाक्रम की विस्तृत रिपोर्ट एचआरडी मंत्रालय को भेज दी गई है। मौजूदा स्थिति की विस्तृत जानकारी देने के लिए प्रशासन के शीर्ष अधिकारी मंत्रालय में मौजूद हैं।’’
गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में रविवार रात उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा था।
इस हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हुए। वाम नियंत्रित जेएनयूएसयू और आरएसएस से संबद्ध एबीवीपी इस हिंसा के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने जेएनयू छात्रों से विश्वविद्यालय की गरिमा बनाए रखने और परिसर में शांति बनाए रखने का आग्रह किया है।
JNU Vice Chancellor M. Jagadesh Kumar: They need not fear about their process. The top priority of the University is to protect the academic interests of our students. https://t.co/OIvnMlgMZf
— ANI (@ANI) January 6, 2020
गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में रविवार रात उस वक्त हिंसा भड़क गयी थी, जब लाठियों से लैस कुछ नकाबपोश लोगों ने छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। इसके बाद प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा था।
इस हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हुए हैं। वाम नियंत्रित जेएनयूएसयू और आरएसएस से संबद्ध एबीवीपी इस हिंसा के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने जेएनयू छात्रों से विश्वविद्यालय की गरिमा बनाए रखने और परिसर में शांति बनाए रखने का आग्रह किया है।