जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) परिसर में हुए हिंसा पर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने वामपंथी छात्रों को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, कांग्रेस के वरिष्ट नेता कपिल सिब्बल ने कई सवाल उठाए हैं। गिरिराज सिंह ने कहा 'वामपंथी छात्र जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय को गुंडागर्दी के केंद्र में बदल दिया है।' वहीं कपिल सिब्बल ने सवाल उठाते हुए कहा 'नकाबपोश लोगों को कैंपस में घुसने कैसे दिया गया? कुलपति ने क्या किया? पुलिस बाहर क्यों खड़ी थी? गृह मंत्री क्या कर रहे थे? सिब्बल ने आगे कहा कि ये सभी सवालों के उत्तर नहीं है। यह एक स्पष्ट साजिश है। इस मामले में जांच की जरूरत है।
दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में रविवार रात हिंसा की घटना को शर्मनाक बताते हुए बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने घटना की न्यायिक जांच की मांग की है। मायावती ने सोमवार सुबह ट्वीट किया, "जेएनयू में छात्रों एवं शिक्षकों के साथ हुई हिंसा अति-निन्दनीय एवं शर्मनाक। केन्द्र सरकार को इस घटना को अति-गम्भीरता से लेना चाहिये। साथ ही इस घटना की न्यायिक जांच हो, तो यह बेहतर होगा।"
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिंसा के बाद सोमवार को सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती की गई है। विश्वविद्यालय के अधिकारी केवल वैध पहचान पत्र वाले छात्रों को ही परिसर के अंदर जाने की अनुमति दे रहे हैं। सूत्रों के अनुसार छात्रावासों, प्रशासनिक खंड और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के बाहर सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। सूत्रों ने बताया कि मीडिया सहित किसी भी बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है। हमले में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष सहित कम से कम 28 लोग घायल हो गये, जिन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है।