JNU Protest में दोस्त को बचाने के लिए युवती ने चबा लिया IPS अधिकारी का अंगूठा
By भाषा | Published: January 10, 2020 09:04 AM2020-01-10T09:04:12+5:302020-01-10T09:04:12+5:30
2011 बैच के अधिकारी इंगित प्रताप सिंह प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेले जाने के दौरान एक प्रदर्शनकारी युवती द्वारा उनका अंगूठा काट लिए जाने के कारण घायल हो गए।
राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ रहे जेएनयू प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने के दौरान गुरूवार को एक महिला प्रदर्शनकारी ने एक आईपीएस अधिकारी के अंगूठे पर काट लिया। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने छात्रों का राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने का आह्वान किया था। उसी के बाद प्रदर्शनकारी वहां एकत्र हुए जो विश्वविद्यालय के कुलपति एम जगदीश कुमार को पद से हटाने की मांग करने के लिए राष्ट्रपति भवन जाना चाहते थे।
2011 बैच के अधिकारी इंगित प्रताप सिंह प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेले जाने के दौरान एक प्रदर्शनकारी युवती द्वारा उनका अंगूठा काट लिए जाने के कारण घायल हो गए। सूत्रों के अनुसार, सिंह एक पुरूष प्रदर्शनकारी को खींचने की कोशिश कर रहे थे, तभी युवती ने अपने मित्र को बचाने की कोशिश में अधिकारी के अंगूठे पर काट लिया।
Delhi Police: A protester at Vijay Chowk today bit Additional DCP Southwest when the police officer was trying to stop protesters from marching towards the Parliament. pic.twitter.com/3an4OrJZ8o
— ANI (@ANI) January 9, 2020
पुलिस ने बृहस्पतिवार को कहा कि जेएनयू छात्र नेताओं ने अपने साथी प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने के लिये ''उकसाया'' जिससे तनाव बढ़ गया। पुलिस ने कहा कि उसने राजेन्द्र प्रसाद रोड पर सामान्य यातायात को भी रोक दिया। दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जनसंपर्क अधिकारी अनिल मित्तल ने कहा कि जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों के एक समूह ने मंडी हाउस से राजेन्द्र प्रसाद रोड के रास्ते शास्त्री भवन स्थित मानव संसाधन विकास मंत्रालय तक मार्च किया।
शिक्षकों समेत नौ लोगों का एक प्रतिनिधिमंडल मंत्रालय के संयुक्त सचिव से मिलने चला गया। मित्तल ने कहा, ''जब तक वे बैठक में रहे तब तक प्रदर्शनकारी शांत रहे। हालांकि, जब बैठक के बाद प्रतिनिधिमंडल बाहर आया तो एक छात्र नेता ने प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने के लिये उकसाया। उन्हें ऐसा करने से रोक दिया गया।'' उन्होंने कहा कि पुलिस ने इस दौरान 11 लोगों हिरासत में ले लिया, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।