J&K: रियासी ज़िले के माहोर इलाके के बदर में शनिवार को एक रिहायशी मकान के भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम सात लोगों के मारे जाने की आशंका है। जबकि रामबन में बादल फटने से 3 लोग मारे गए और 5 लापता हो गए। अधिकारियों ने बताया कि आज मोहोर इलाके में एक बड़ा भूस्खलन हुआ, जहाँ एक रिहायशी मकान इसकी चपेट में आ गया। इस घटना में सात लोगों के मारे जाने की खबर है। इस बीच, पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुँच गई हैं और बचाव अभियान जारी है।
जम्मू कश्मीर पर कुदरती कहर बरपना अभी भी जारी है। अब रामबन के एक गांव में बादल फटने से तबाही मची है। अभी तक तीन शव बरामद हुए है और 5 लापता बताए जाते हैं। बीसियों घर तबाह हो गए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि रामबन जिले की राजगढ़ तहसील में बादल फटने से कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और पाँच अन्य लापता हैं। एक अधिकारी ने बताया कि बचाव दल प्रभावित क्षेत्र में पहुँच गए हैं और लापता लोगों की तलाश के लिए अभियान जारी है।
उन्होंने कहा, "अब तक तीन शव बरामद किए गए हैं और पाँच लोगों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। अचानक बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई, जिससे संपत्ति को नुकसान पहुँचा और क्षेत्र में सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।"
उन्होंने आगे कहा कि पीड़ितों के परिवारों को तत्काल राहत प्रदान करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जबकि खोज और बचाव अभियान जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित पर्वतीय क्षेत्र राजगढ़ में रविवार देर रात करीब साढ़े 11 बजे बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। रामबन के उपायुक्त मोहम्मद अलयास खान ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘स्थानीय स्वयंसेवकों, पुलिस और एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) सहित बचावकर्मियों ने तलाश अभियान चलाया और मलबे के नीचे से चार लोगों के शव बरामद किए।’’ उन्होंने बताया कि एक अन्य लापता व्यक्ति की तलाश जारी है। खान और रामबन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण गुप्ता बचाव एवं राहत अभियान की निगरानी के लिए तड़के घटनास्थल पर पहुंचे।
अधिकारियों ने मृतकों की पहचान अश्विनी शर्मा (24), उसके भाई द्वारका नाथ (55), उसकी भतीजी विरता देवी (26) और उनके घर आए मेहमान ओम राज (38) के रूप में की है। ओम राज राजगढ़ के बंशारा का निवासी था। बचावकर्मी शर्मा की भाभी विद्या देवी (55) की तलाश कर रहे हैं।
स्थानीय निवासी अजय कुमार ने कहा, ‘‘बादल फटने की घटना पहाड़ी की चोटी पर स्थित प्राथमिक विद्यालय के पास हुई।’’ कुमार ने बताया कि इससे द्रुबला-गुडग्राम गांव में एक स्कूल भवन के अलावा दो घर और एक गौशाला बह गई। उसने आपदा के बाद त्वरित प्रतिक्रिया के लिए जिला प्रशासन और स्थानीय स्वयंसेवकों की सराहना की।
खान ने कहा, ‘‘जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।’’ केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा एवं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घटना पर दुख व्यक्त किया है और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता दिए जाने का आश्वासन दिया है।