लालू प्रसाद यादव के बाहरी खाने पर पुलिस ने लगाई रोक, यह है वजह
By एस पी सिन्हा | Published: January 2, 2019 04:08 PM2019-01-02T16:08:12+5:302019-01-02T16:08:12+5:30
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस मसले को लेकर रिम्स प्रबंधन ने बिरसा मुंडा जेल प्रशासन को पत्र लिखकर सहयोग करने की अपील की. पत्र में कहा गया कि लालू प्रसाद कई बीमारियों से ग्रसित हैं. ऐसे में उनके सेवादार को बाहरी खाना, झींगा मछली व पानी, देने में जेल और जिला प्रशासन को सहयोग करना चाहिए.
झारखंड के रांची स्थित रिम्स में भर्ती राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बाहरी खाना खाने पर पुलिस ने रोक लगा दी है. पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से ये रोक लगाई है. इसके चलते मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री को समय पर खाना नहीं मिल सका था. इससे उनका इलाज कर रहे डॉक्टर परेशान हो गए. ऐसे में लालू प्रसाद यदव के खाने-पीने को लेकर पुलिस प्रशासन और रिम्स प्रबंधन के बीच नयी जिच शुरू हो गई है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस मसले को लेकर रिम्स प्रबंधन ने बिरसा मुंडा जेल प्रशासन को पत्र लिखकर सहयोग करने की अपील की. पत्र में कहा गया कि लालू प्रसाद कई बीमारियों से ग्रसित हैं. ऐसे में उनके सेवादार को बाहरी खाना, झींगा मछली व पानी, देने में जेल और जिला प्रशासन को सहयोग करना चाहिए.
बताया जाता है कि लालू प्रसाद यादव नाश्ता व खाना समय पर नहीं खा पा रहे हैं. मंगलवार को उन्होंने करीब दिन के तीन बजे खाना खाया. इस बीच उनको इन्सुलिन दिया जा चुका था. ऐसे में डॉक्टर इस बात से परेशान थे कि कहीं वे बेहोश ना हो जाएं. रिम्स प्रबंधन का कहना है कि लालू प्रसाद यदव को डॉक्टरों की सलाह पर भी खाना दिया जा रहा है.
यहां बता दें कि बीते रविवार को जेल आईजी और बिरसा मुंडा जेल अधीक्षक ने रिम्स में लालू प्रसाद यादव के कमरे का जायजा लिया था. इस दौरान सुरक्षा संबंधी कई खामियां पाई गई थीं. जिसके बाद उन्हें पेइंग वार्ड के दूसरे कमरे में शिफ्ट करने की तैयारी है. नया कमरा दूसरे तल्ले पर है. वहीं, लालू प्रसाद यादव के खाने-पीने को लेकर चल रही समस्या पर रिम्स प्रबंधन का अपना तर्क है.
प्रबंधन का कहना है कि लालू प्रसाद यादव को डॉक्टरों के सलाह पर ही खाना दिया जा रहा है. कोर्ट ने उनके लिए तीन सेवादार अधिकृत किये हैं. अगर खाने-पीने की चीजें रिम्स किचेन से लालू प्रसाद यादव तक पहुंचती हैं, तो उसमें किसी भी बिंदु पर सुरक्षा संबंधी चूक हो सकती है. ऐसे में अधिकृत सेवादारों द्वारा ही खाना तैयार कराना ज्यादा उचित है.