झारखंड: राज्यपाल के कथित टिप्पणी को लेकर भाकपा माले ने गवर्नर को हटाने की मांग की, कहा वे समाज में अस्थिरता कर रहे है पैदा
By भाषा | Published: November 6, 2022 08:11 AM2022-11-06T08:11:45+5:302022-11-06T08:19:14+5:30
झारखंड के राज्यपाल द्वारा ‘परमाणु बम फटने’ की कथित टिप्पणी को लेकर भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘‘राज्यपाल का यह बयान झारखंड और एक चुनी हुई सरकार के लिए उपयुक्त नहीं है।’’
रांची: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा माले) ने राज्यपाल रमेश बैस के कथित बयान कि ‘झारखंड में किसी भी समय परमाणु बम विस्फोट हो सकता है’ को लेकर शनिवार को उन्हें हटाने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि 26 अक्टूबर को एक टीवी चैनल को दिए एक साक्षात्कार में बैस ने कथित तौर पर कहा था कि झारखंड में किसी भी समय परमाणु बम विस्फोट हो सकता है। उनका इशारा संभवत: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ लाभ के पद के मामले की ओर था।
भाकपा माले के महासचिव ने क्या कहा
भाकपा-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने शनिवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘‘राज्यपाल का यह बयान झारखंड और एक चुनी हुई सरकार के लिए उपयुक्त नहीं है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल इस तरह की टिप्पणी कर राज्य में अस्थिरता का माहौल पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाकपा माले राज्यपाल को हटाने की मांग को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलेगी। आपको बता दें कि भाकपा-माले का झारखंड विधानसभा में एक विधायक है।
चुनाव आयोग ने सीएम को विधानसभा से अयोग्य करार देने की सिफारिश की है- रिपोर्ट
गौरतलब है कि लाभ के पद के मामले में सोरेन को विधानसभा से अयोग्य ठहराने की भाजपा की याचिका के बाद चुनाव आयोग ने 25 अगस्त को झारखंड के राज्यपाल को अपनी सिफारिश भेज दी थी।
हालांकि, चुनाव आयोग की सिफारिश को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि चुनाव आयोग ने खनन पट्टे के संबंध में मुख्यमंत्री को विधानसभा से अयोग्य करार देने की सिफारिश की है।