रांचीः प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्र को धनशोधन के आरोप में रांची में गिरफ्तार कर लिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित ‘‘अवैध खनन’’ से संबंधित धन शोधन की दो अलग-अलग जांच में पिछले दो महीने से ज्यादा समय में 36 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की गई है।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मिश्रा को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया और दावा किया कि पूछताछ के दौरान वह सवालों का जवाब देने से बच रहे थे। मिश्रा को बुधवार को रांची की एक अदालत में पेश किए जाने की संभावना है, जहां ईडी उनकी हिरासत का अनुरोध करेगा।
ईडी ने पिछले सप्ताह राज्य में मिश्रा और उनसे जुड़े परिसरों पर छापेमारी की थी। छापेमारी में ईडी ने मिश्रा और उनसे जुड़े एक व्यक्ति दाहू यादव के 37 बैंक खातों में जमा 11.88 करोड़ रुपये जब्त किए थे। इसके अलावा, ईडी ने 5.34 करोड़ रुपये की ‘‘बेनामी’’ नकदी भी जब्त की, जिसके बारे में उसने दावा किया कि ये पैसे राज्य में ‘‘अवैध खनन’’ से जुड़े थे।
ताजा जब्ती में ईडी ने झारखंड में अवैध खनन से जुड़े धन शोधन के मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजनीतिक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा और अन्य के बैंक खातों में जमा 11.88 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है। यह कार्रवाई राज्य में टोल प्लाजा निविदाओं के संचालन में कथित अनियमितताओं और अवैध खनन के मामलों की जांच के तहत आठ जुलाई को राज्य के साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा में कम से कम 19 स्थानों पर छापेमारी के बाद हुई है।
बयान में कहा गया कि अवैध रूप से संचालित किए जा रहे पांच स्टोन क्रशर और इतनी ही संख्या में ‘‘अवैघ आग्नेयास्त्र के कारतूस’’ भी जब्त किए गए। ईडी ने कहा कि इन छापों के दौरान कथित अवैध खनन से अर्जित 100 करोड़ रुपये की आय का भी पता चला। दूसरे मामले में राज्य में कथित अवैध खनन से जुड़ी नकदी का पता चला।
यह मामला इस साल मई में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी पूजा सिंघल के खिलाफ ईडी की कार्रवाई से संबंधित है। एजेंसी ने मई में पूजा सिंघल, उनके कारोबारी पति और अन्य के खिलाफ धन शोधन को लेकर चल रही जांच के तहत छापा मारा था। झारखंड के खनन सचिव का प्रभार संभाल रहीं सिंघल को ईडी द्वारा उनकी गिरफ्तारी के बाद राज्य सरकार ने निलंबित कर दिया था।
सिंघल और उनके पति से जुड़े एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) सुमन कुमार को भी एजेंसी ने गिरफ्तार किया था और तब कुल 19.76 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई थी। ईडी ने सिंघल और अन्य के खिलाफ इस महीने रांची की विशेष पीएमएलए अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया।