Jharkhand Assembly Polls: भारतीय जनता पार्टी ने झारखंड चुनाव को लेकर बड़ा दांव चला है। कई पूर्व केंद्रीय मंत्री और कई पूर्व सीएम परिवार को टिकट दिया है। भाजपा ने 66 प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी की हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के पूर्व नेता और पूर्व सीएम चंपई सोरेन को टिकट दिया गया। इसके साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा को टिकट से नवाजा गया है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के संस्थापक शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन पर दांव चला गया है।
पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा को पोटका से उम्मीदवार बनाया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत का नाम भी शामिल है। मरांडी धनवार सीट से चुनाव लड़ेंगे, जबकि चंपई सोरेन सरायकेला से और सीता सोरेन जामताड़ा से चुनाव लड़ेंगी। झामुमो नेता हेमंत सोरेन के पूर्व करीबी सहयोगी चंपई सोरेन झामुमो से इस्तीफा देने के बाद अगस्त में भाजपा में शामिल हो गए।
पार्टी महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। भाजपा ने झामुमो नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को जामताड़ा से अपना उम्मीदवार बनाया है। सूची में गीता कोड़ा और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत का नाम भी शामिल है। झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा तथा मतगणना 23 नवंबर को होगी।
भाजपा राज्य की 81 विधानसभा सीट में से 68 पर चुनाव लड़ रही है तथा शेष सीट उसने अपने सहयोगी दलों के लिए छोड़ी हैं। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने 2019 में झारखंड विकास मोर्चा (प्रजातांत्रिक) के टिकट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के लक्ष्मण प्रसाद सिंह के खिलाफ गिरिडीह की धनवार सीट 17,550 मतों के अंतर से जीती थी।
सरायकेला से चुनाव लड़ने वाले चंपई सोरेन 30 अगस्त को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने कहा था कि पार्टी में अपने ‘‘अपमान’’ के चलते उन्हें झामुमो को छोड़ना पड़ा। मुख्यमंत्री पद से हेमंत सोरेन के इस्तीफे और उसके बाद धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा उन्हें गिरफ्तार किए जाने के बाद दो फरवरी को चंपई सोरेन (67) को मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था। उन्होंने तीन जुलाई को मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था, जिससे जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन के लिए चार जुलाई को पुन: मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया था।
वर्ष 2019 के चुनाव में, उन्होंने झामुमो के टिकट पर सरायकेला सीट से भाजपा के अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी गणेश महाली को 15,667 मतों के अंतर से हराया था। राज्य में एकमात्र कांग्रेस सांसद गीता कोड़ा इस वर्ष के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गई थीं और सिंहभूम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था।
हालांकि, झामुमो की जोबा माझी ने सिंहभूम सीट पर अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी कोड़ा को 1.68 लाख मतों के बड़े अंतर से हराया था। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) चुनाव में झारखंड से झामुमो-कांग्रेस गठबंधन को सत्ता से बाहर करने की कोशिश कर रही है।