झारखंड: तीन महिलाओं समेत आठ नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, 1 करोड़ रुपये के इनामी मिसिर बेसरा के दस्ते में थे शामिल
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 5, 2023 07:55 AM2023-01-05T07:55:04+5:302023-01-05T08:01:34+5:30
पुलिस ने बताया कि समर्पण करने वाले नक्सलियों की पहचान जयराम बोदरा, मारतम अंगरिया, सरिता सरदार, तुंगीर पूर्ति, पातर कोड़ा, कुसनू सिरका उर्फ कार्तिक सिरका और संजू पूर्ति उर्फ रौशनी पूर्ति के रूप में हुई है।
रांचीः नये साल के पहले ही सप्ताह में सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान में सफलता मिली है और नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के एक करोड़ रुपये के इनामी मिसिर बेसरा के दस्ते में शामिल तीन महिला नक्सलियों समेत आठ प्रमुख नक्सलियों ने बुधवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
झारखंड पुलिस के प्रवक्ता एवं पुलिस महानिरीक्षक अभियान एवी होमकर ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया कि आज पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि बीते पांच वर्षों में पहली बार एक साथ इतनी बड़ी संख्या में नक्सलियों ने राज्य में आत्मसमर्पण किया है। झारखंड पुलिस के रांची क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में इन सभी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया।
पुलिस ने बताया कि समर्पण करने वाले नक्सलियों की पहचान जयराम बोदरा, मारतम अंगरिया, सरिता सरदार, तुंगीर पूर्ति, पातर कोड़ा, कुसनू सिरका उर्फ कार्तिक सिरका और संजू पूर्ति उर्फ रौशनी पूर्ति के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि इन सभी नक्सलियों के खिलाफ चाईबासा, जमशेदपुर, सरायकेला-खरसावां जिलों के अलग-अलग थानों में अनेक गंभीर मामले दर्ज हैं। ये सभी लोग मिसिर बेसरा के दस्ते के अहम सदस्य थे।
इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण के बाद कहा कि माओवादी संगठन के पास अब कोई नीति-सिद्धांत नहीं है। संगठन के अंदर जबर्दस्त भेदभाव और शोषण है। पुलिस के अनुसार, उन्होंने बताया कि उन्होंने महसूस किया कि झारखंड पुलिस ने ‘नई दिशा’ नामक नीति के जरिए उन्हें मुख्य धारा में लौटने का अच्छा अवसर प्रदान किया है।