जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के करीबी ठेकेदार ने नेता को दिए पांच करोड़ रुपये, आयकर विभाग छापेमारी में चौंकाने वाले खुलासे
By एस पी सिन्हा | Published: October 19, 2022 09:00 PM2022-10-19T21:00:22+5:302022-10-19T21:01:24+5:30
बिहारः गब्बू सिंह के ठिकानों से 70-80 करोड़ की वित्तीय अनियमितता के सुराग मिले हैं। ठेकेदार अरुण कुमार के खिलाफ मंगलवार को एसके पुरी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
पटनाः जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के करीबी ठेकेदार गब्बू सिंह और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर पिछले चार दिनों से आयकर विभाग द्वारा की जा रही छापेमारी में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। आयकर की जांच में यह बात सामने आई है कि गब्बू सिंह ने नेताओं और कुछ ब्यूरोक्रेट्स के साथ करोड़ों का ट्रांजेक्शन किया है।
आयकर की टीम को इसके अहम सुराग मिले हैं कि गब्बू सिंह ने एक ही दिन में एक बड़े नेता को 5 करोड़ रुपए दिए हैं। सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान आयकर की टीम को पता चला कि गब्बू सिंह ने एक ही दिन में एक बड़े नेता को 5 करोड़ रुपए दिए हैं। यह लेन-देन बड़े नेता के पीए के जरिए कैश में किया गया।
आयकर की टीम को इसके पुख्ता सुराग हाथ लगे हैं। हालांकि वह बड़ा नेता कौन है, इसके खुलासा आयकर विभाग ने नहीं किया है। इसके अलावा कुछ ब्यूरोक्रेट्स और नेताओं के साथ भी लेन-देन के सुराग मिले हैं। सूत्रों के अनुसार गब्बू सिंह के ठिकानों से 70-80 करोड़ की वित्तीय अनियमितता के सुराग मिले हैं।
प्राथमिकी के अनुसार छापेमारी के दौरान मंगलवार दोपहर एक बजे अरुण अपने साथ कैश ट्रांजेक्शन से संबंधित दस्तावेज लेकर भाग गए हैं। टीम काफी देर तक उनका इंतजार करती रही, लेकिन वे नहीं लौटे। आयकर विभाग ने गब्बू सिंह कनेक्शन में ठेकेदार अरुण कुमार के खिलाफ मंगलवार को एसके पुरी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
सहायक आयुक्त अंजलि की ओर से दर्ज प्राथमिकी में आरोप है कि पश्चिम बोरिंग कैनाल रोड स्थित ठेकेदार के नीलगिरी भवन के फ्लैट नंबर 205 और 406 में मंगलवार को छापेमारी करने टीम गई थी। आयकर को सूचना मिली थी कि अरुण के घर में 58 लाख कैश हैं। छापे में यह नहीं मिला। बाद में जांच के दौरान सीसीटीवी से पता चला कि छापे से पहले ही अरुण ने कैश बाहर भेज दिया था।
आयकर ने गब्बू सिंह और उनसे जुड़े लोगों के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है जिसकी फॉरेंसिक जांच भी की जा रही है। इसमें कई बड़े खुलासे होने की संभावना है। आयकर विभाग यह भी पता लगाएगा कि गब्बू सिंह किन-किन लोगों के संपर्क में रहे हैं। आयकर विभाग की टीम गब्बू सिंह और उनके सहयोगियों के ठिकानों से जब्त मोबाइल फोन की एनॉलिसीस करेगी।