लाइव न्यूज़ :

प्रशांत किशोर के बयान पर JDU नेता अजय आलोक ने किया पलटवार, कहा- मानसिक रूप से अस्थिर होने पर लोग इसी तरह की बात करते हैं  

By अनुराग आनंद | Updated: February 18, 2020 14:41 IST

प्रशांत किशोर नीतीश कुमार को अपने पिता तुल्य बताते हुए कहा कि वह मुझे बेटे के जैसा मानते हैं लेकिन गांधी और गोडसे साथ नहीं रह सकते इसलिए हमने जदयू से अलग होना पसंद किया।

Open in App
ठळक मुद्देप्रशांत किशोर के इसी बयान पर JDU नेता अजय आलोक ने पलटवार करते हुए मानसिक अस्थिर बताया है।प्रशांत किशोर ने नीति आयोग द्वारा जारी आकड़ों का हवाला देते हुए नीतीश कुमार के 15 साल में बिहार में खूब विकास करने के दावे को झूठ बताया है।

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस किया। इस दौरान उन्होंने प्रदेश की नीतीश कुमार सरकार की जमकर आलोचना की। हालांकि, प्रशांत किशोरनीतीश कुमार को अपने पिता तुल्य बताते हुए कहा कि वह मुझे बेटे के जैसा मानते हैं लेकिन गांधी और गोडसे साथ नहीं रह सकते इसलिए हमने जदयू से अलग होना पसंद किया।

प्रशांत किशोर के इसी बयान पर JDU नेता अजय आलोक ने पलटवार किया है। अजय आलोक ने कहा कि मानसिक रूप से अस्थिर होने पर लोग इसी तरह की बात करते हैं। 

अजय आलोक ने कहा कि प्रशांत किशोर एक तरफ नीतीश कुमार को पिता तुल्य बताते हैं और वहीं दूसरी तरफ उनकी आलोचना भी करते हैं।  प्रशांत किशोर ने नीति आयोग द्वारा जारी आकड़ों का हवाला देते हुए नीतीश कुमार के 15 साल में बिहार में खूब विकास करने के दावे को झूठ बताया है। उन्होंने कहा कि विकास तो हुआ लेकिन विकास की गति धीमी है। 2005 में जो बिहार की स्थिति थी, आज भी वही स्थिति है। प्रति व्यक्ति आय में बिहार 2005 में भी 22वें नंबर पर था, आज भी उसी नंबर पर है।

किशोर ने मीडिया के सामने अपनी बात को रखते हुए नीतीश कुमार के बारे में कहा कि वह मेरे पिता के समान हैं और उन्होंने मुझे अपने बेटे की तरह माना है। इसके साथ ही प्रशांत ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए मेरे मन में सम्मान है लेकिन उन्हें किसी बाहरी आदमी का पिछलग्गू नहीं बनाना चाहिए। 

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि  2014 के नीतीश के लिए मेरे मन में ज्यादा सम्मान है। वो बिहार के 10 करोड़ लोगों के नेता हैं, इसलिए भी उन्हें किसी बाहरी शख्स का पिछलग्गू नहीं बनना चाहिए। प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश जी के साथ मेरी चर्चा गांधीजी के विचारों को लेकर होती रही है। हम दोनों के बीच मतभेद रहा है कि गांधी और गोडसे साथ नहीं चल सकते।

प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार को देश के सबसे अग्रणी 10 राज्यों में शामिल बनाने के लिए पंचायत स्तर पर बेहतर लोगों को हिस्सा लेना होगा। पंचायत स्तर पर सुधार से ही देश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी। 

प्रशांत किशोर ने कहा कि हम वो नेता चाहते हैं जो सशक्त हो, जो बिहार के लिए अपनी बात कहने में किसी का पिछल्लगू ना बने। उन्होंने कहा कि पहले और अब के नीतीश में बड़ा अंतर है। बिहार की जनता ही तय करेगी बिहार का नेता कौन होगा, भाजपा नहीं। बिहार के विकास के लिए भाजपा के साथ गठबंधन बिना काम का निकला। सिर्फ सीटों की राजनीति ही कर रही है भाजपा।

टॅग्स :प्रशांत किशोरबिहारनीतीश कुमारजेडीयू
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारतBihar: उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने विपक्षी दल राजद को लिया निशाने पर, कहा- बालू माफिया की छाती पर बुलडोजर चलाया जाएगा

भारतबिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव

भारत अधिक खबरें

भारतडॉ. आंबेडकर की पुण्यतिथि आज, पीएम मोदी समेत नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

भारतIndiGo Crisis: लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा इंडिगो, फिर कैसे बुक हो रहे टिकट, जानें

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारतशशि थरूर को व्लादिमीर पुतिन के लिए राष्ट्रपति के भोज में न्योता, राहुल गांधी और खड़गे को नहीं