समाजवादी पार्टी (सपा) के रामपुर से उम्मीदवार आजम खान ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार जया प्रदा को लेकर रविवार (14 अप्रैल) को विवादित टिप्पणी की, जिस पर जया प्रदा ने सोमवार (15 अप्रैल) को पलटवार किया है और कहा है कि उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि उन्हें (आजम खान) चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए क्योंकि अगर यह आदमी जीत गया, तो लोकतंत्र का क्या होगा? समाज में महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं होगी। हम कहां जाएंगे? क्या मुझे मर जाना चाहिए, तब आप संतुष्ट होंगे? आप सोचते हैं कि मैं डर जाऊंगी और रामपुर छोड़ दूंगी? लेकिन मैं नहीं छोड़ूंगी।
आजम और जया प्रदा के आपसी रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में बेहद तल्ख रहे हैं। आजम खान हालांकि साल 2004 में जया प्रदा के पक्ष में थे। माना जाता है कि उन्होंने ही जया प्रदा को तब रामपुर से सपा का टिकट दिलवाया था। इसके बाद समीकरण बदलते चले गये और 2009 के बाद से दोनों के बीच कई मौकों पर जुबानी जंग और तनातनी देखी जाती रही है।
जया प्रदा 2004 और 2009 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर रामपुर से समाजवादी पार्टी की ओर से सासंद रही हैं। बाद में 2010 में उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया। जया प्रदा पिछले ही महीने बीजेपी से जुड़ी हैं।