केंद्र सरकार द्वारा अक्तूबर के प्रथम सप्ताह से देश में कोरोना की तीसरी लहर के आने की चेतावनी के बीच जम्मू कश्मीर इसी अरसे में तीन माह के पर्यटन महोत्सव की तैयारियों में जुट गया है. यह पर्यटन महोत्सव पूरे प्रदेश में होगा. इसके पीछे का मकसद पटरी से उतर चुके पर्यटन में फिर से नई जान फूंकना है.
राज्य के मुख्य सचिव डा अरुण कुमार मेहता ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत आयोजित होने वाले त्रैमासिक पर्यटन मेले की तैयारियों का जायजा लिया है. हालांकि उन्होंने इसके प्रति कोई चिंता प्रकट नहीं की है जिसमें केंद्र सरकार द्वारा कोरोना की तीसरी लहर के आने की चेतावनी दी जा रही है.
इस त्रैमासिक महोत्सव के अंतर्गत जम्मू संभाग में जम्मू महोत्सव, नवरात्रि महोत्सव, चिनाब दरिया में व्हाइट वाटर राफ्टिंग प्रतियोगिता, मानसर-सुरुंईसर महोत्सव, पत्नीटाप विंटर कार्निवल और लोहड़ी मेला आयोजित किया जाएगा.
पर्यटन महोत्सव के तहत विभिन्न पर्यटनस्थलों की भौगोलिक विशेषता को भी ध्यान रखते हुए कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. सोनमर्ग में आटम तो पहलगाम में विंटर फेस्टिवल होगा. खदनियार में सांस्कृतिक मेला लगेगा, गुलमर्ग में स्नो फेस्टिवल होगा.
बसोहली में कला महोत्सव और माता वैष्णो देेवी संगीत सम्मेलन होगा. किश्तवाड़ में केसर और सुचतेगढ़ में सीमा दर्शन होगा. प्रस्तावित पर्यटन महोत्सव में सूफी संगीत, शिकारा दौड़, केसर मेला, साहित्यिक सम्मेलन भी होगा. मेले की शुरुआत अक्तूबर में रुह-ए-सूफी महोत्सव से होगी.
अक्तूबर में ही आटम और हाउसबोट महोत्सव आयोजित किया जाएगा. नवंबर में विश्व विरासत दिवस और केसर महोत्सव होगा. दिसंबर में श्रीनगर व गुलमर्ग में क्रिसमस के अवसर पर विशेष आयोजन किए जाएंगे. जबकि 31 दिंसबर को नववर्ष के स्वागत में एक समारोह भी होगा.
इतना जरूर था कि प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ौतरी होने लगीहै. इसकी पुष्टि प्रदेश में टेस्ट की बढ़ाई गई संख्या से भी होती थी. यही नहीं जम्मू में अगर होटलों के स्टाफ और आने वाले लोगों की कोरोना टेस्टिंग जोरों पर है वहीं ताजा निर्देशों के तहत कश्मीर में बागों और उद्यानों में जाने वालों को पहले टेस्ट के दौर से गुजरना होगा.