पुलवामा हमले के सदमे से देश अभी पूरी तरह उभरा भी नहीं है कि शनिवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आईईडी धमाके में सेना के एक मेजर के शहीद होने की खबर आ रही ही। इस धमाके में कुछ अन्य सैनिकों के घायल होने की भी आशंका है। भारतीय सेना को शक है कि ये हमला पाकिस्तान के बॉर्डर एक्शन टीम ने करवाया है। एक जवान घायल है। जिसे अस्पताल पहुंचाया गया है। इस सेक्टर में जनवरी से अब तक यह दूसरा आईईडी विस्फोट है। राजौरी के नौशेरा सेक्टर में 11 जनवरी को एक मेजर सहित दो कर्मी शहीद हो गए थे।
समाचार एजेंसी एएआई के अनुसार शहीद हुआ मेजर भारतीय सेना के कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर में तैनात थे। आतंकवादियों ने यह आईईडी नौशेरा स्थित नियंत्रण रेखा से 1.5 किलोमीटर अंदर प्लांट किया था।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ये धमकाा LOC पर तलाशी के वक्त हुआ। मेजर रैंक के आर्मी जब आतंकियों की ओर से प्लांट किए गए आईईडी बम को डिफ्यूज करने की कोशिश कर रहे थे, तब ये हादसा हुआ।
14 फरवरी को हुआ पुलवामा में भी आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले में अब तक 44 जवानों शहीद हुए हैं। जिनमें से 38 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है और 42 जवानों के नाम सामने आए हैं। इस आतंकवादी हमले में 40 से ज्यादा जवान घायल हुए हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीआरपीएफ की बसों पर आतंकवादियों ने निशाना बनाया और उन्हें आईईडी से उड़ा दिया। ऐसा माना जाता है कि इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनायी थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है । कामरान, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतीपुरा तथा त्राल इलाके में सक्रिय है।