जम्मू-कश्मीर में पिछले 20 घंटे में तीन मुठभेड़ो में 12 आतंकवादी मारे गये हैं। मुठभेड़ में सेना के तीन जवान शहीद हो गये हैं और दो आम नागरिक भी मारे गये हैं। दक्षिण कश्मीर के शोपियाँ में दो जगहों पर और अनंतनाग में एक जगह पर आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। रविवार (एक अप्रैल) को जम्मू-कश्मीर के शोपियाँ में हुई मुठभेड़ में सात आतकंवादी मारे गये। ये मुठभेड़ शोपियाँ के द्रागद में हुई। रविवार सुबह की शोपियाँ के कछडूरा में भी सुरक्षाबलों की आतंकवादियों से मुठभेड़ हो गई। शनिवार-रविवार की दम्यानी रात को अनंतनाग में हुई मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया और एक पकड़ा गया। सेना के प्रवक्ता के अनुसार मारे गए आतंकवादियो में वो दो आतंकवादी भी शामिल हैं जिन्होंने भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट उमर फैयाद की हत्या की थी। जम्मू कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद ने बताया कि एनकाउंटर के करीब आम लोगों के प्रदर्शन से चार लोगों की मौत हो गई।
सुरक्षाबलों को शनिवार (31 मार्च) को देर रात आतंकवादियों के ठिकाने के बारे में खुफिया जानकारी मिली। सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की घेराबंदी को तो वो जवाब में गोलीबारी करने लगे। अनंतनाग में हुई मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया और एक अन्य गिरफ्तार कर लिया गया है। आतंकवादी की पहचान रऊफ अहमद के रूप में हुई है। रऊफ अहमद पिछले महीने ही आतंकवादियों गिरोह में शामिल हुआ था।
जम्मू-कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी बुरहानी वानी की मुठभेड़ में मौत के बाद आतंकवाद से जुड़ने वाले नौजवानों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। वहीं भारतीय सुरक्षाबलों ने घाटी में आतंकवाद पर काबू करने के लिए विशेष अभियान चलााय है जिसकी तहत पिछले एक साल में सौ से ज्यादा आतंकवादी मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। भारत सरकार के अनुसार पड़ोसी देश पाकिस्तान कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। भारत सरकार के अनुसार पाकिस्तान कश्मीरी नौजवानों को आतंकवाद से जुड़ने के लिए उकसाने के अलावा उन्हें आतंकी प्रशिक्षण और आर्थिक मदद भी देता है। हालाँकि पाकिस्तान सरकार भारत के आरोपों को गलत बताती है।