जम्मू: कश्मीर पुलिस ने दावा किया है कि उसने आज पुलवामा में जैश-ए-मुहम्मद के दो आतंकियों को 25 हथगोलों और अन्य गोला बारूद के साथ पकड़ कर एक बड़े आतंकी हमले को टाल दिया है। फिलहाल पुलिस ने इस बारे में कुछ नहीं कहा कि क्या दोनों आतंकियों को इतने हथगोलों के साथ कल यानि 14 फरवरी को पुलवामा हमले की पांचवीं बरसी पर हमलों का टास्क दिया गया था?
पुलिस ने एक बयान में बताया कि उसने सोमवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में भारी मात्रा में हथियारों और गोला-बारूद के साथ जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि पुलवामा के सामान्य क्षेत्र में हथियारों की खेप की डिलीवरी के संबंध में विशिष्ट इनपुट पर पुलवामा पुलिस और सेना की 55 आरआर की एक विशेष टीम का गठन किया गया और विभिन्न संदिग्ध स्थानों पर गुप्त रूप से तैनात किया गया। थाना लिटर के नैना भाटपोरा थाना क्षेत्र में दो स्कूटी सवार संदिग्ध खेप बैग के साथ घूमते देखे गए। गुप्त दल ने कार्रवाई करते हुए चतुराई से दोनों को दबोच लिया और कैश बरामद कर लिया।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया है कि आतंकियों के दोनों मददगारों के खिलाफ कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। माना जा रहा है कि इस गिरफ्तारी के साथ सुरक्षाबलों ने बड़ी साजिश को भी नाकाम कर दिया है।
आतंकियो के खिलाफ जम्मू-कश्मीर में पुलिस और सेना का अभियान इस समय तेज हो गया है। यही कारण है कि आतंकी बौखलाए हुए हैं। इसी क्रम में रविवार को श्रीनगर के हरवान इलाके में सुरक्षाबलों ने एक पाकिस्तानी आतंकवादी सैफुल्ला को मार गिराया। पुलिस ने बताया कि मारे गए आतंकी का संबंध लश्कर-ए-तैयबा से था। उसने 2016 में बांदीपोरा सेक्टर से घुसपैठ की थी और पाकिस्तान में स्थित लश्कर-ए-तैयबा कमांडरों के निर्देश पर आतंकी गतिविधियों को तेज करने के लिए श्रीनगर में चोरी-छुपे रह रहा था।