जम्मू-कश्मीर: घाटी में इंटरनेट-मोबाइल सेवाएं बंद, लैंडलाइन के लिए लगी कतारें
By स्वाति सिंह | Published: August 21, 2019 09:38 AM2019-08-21T09:38:46+5:302019-08-21T09:41:59+5:30
श्रीनगर शहर के व्यावसायिक केंद्र लाल चौक पर मंगलवार को घंटाघर के आसपास बैरिकेड 15 दिन बाद हटा लिए गए। इस व्यावसायिक केंद्र पर लोगों और वाहनों की आवाजाही की अनुमति दी गई है। हालांकि शहर के कुछ अन्य इलाकों में पाबंदियां जारी हैं।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के पखवाड़े बाद भी इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं बंद हैं। जबकि टेलीफोन सेवाओं में थोड़ी ढील बरती है। जिसके चलते घाटी में टेलीफोन एक्सचेंजों के बाहर लोग कतारबद्ध है। लोग अपने नए पुराने लैंडलाइन को बहाल कराने में जुटे हैं।
बता दें कि बीते हफ्ते जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने ऐलान किया था कि राज्यभर में अभूतपूर्व सुरक्षा प्रतिबंधों को चरणों में आराम दिया जाएगा। जिसकी शुरुआत लैंडलाइन फोन, एक्सचेंज-बाय-एक्सचेंज से होगी। खनियार के निवासी अब्दुल मजीद ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हमारी लैंडलाइन पिछले दो वर्षों से काम नहीं कर रही है। लेकिन आज मैं इसे बहाल कराने के लिए यहां आया था। हमारे पास अब लैंडलाइन के अलावा कोई विकल्प नहीं है। ऐसा लग रहा है हम पुराने समय में लौट रहे हैं।
बता दें कि श्रीनगर शहर के व्यावसायिक केंद्र लाल चौक पर मंगलवार को घंटाघर के आसपास बैरिकेड 15 दिन बाद हटा लिए गए। इस व्यावसायिक केंद्र पर लोगों और वाहनों की आवाजाही की अनुमति दी गई है। हालांकि शहर के कुछ अन्य इलाकों में पाबंदियां जारी हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सोमवार को फिर से खुले अधिकांश प्राथमिक विद्यालयों में कोई छात्र नहीं दिखा लेकिन सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों की उपस्थिति में सुधार हुआ है। गत पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को हटाए जाने के बाद से स्थिति शांतिपूर्ण है।
घाटी के कुछ हिस्सों में युवाओं के समूहों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प की घटनाएं हुई हैं। कुछ लोगों के घायल होने की सूचना है। मोबाइल, इंटरनेट सेवाएं 16वें दिन भी बाधित घाटी के अधिकांश क्षेत्रों में बाजार बंद हैं। सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारद हैं। मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं लगातार 16वें दिन बाधित रही जबकि ज्यादातर क्षेत्रों में लैंडलाइन टेलीफोन सेवाएं भी प्रभावित रही।