जैन धर्म की विचारधारा से मिल सकता है हिंसा के दौर से छुटकारा: राजनाथ सिंह
By भारती द्विवेदी | Published: February 25, 2018 04:39 PM2018-02-25T16:39:19+5:302018-02-25T16:39:19+5:30
देश के गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, "ये हिंसा का दौर है, एक-दूसरे पर आधिपत्य स्थापित करने के दौर चल रहा है। इसमें कौन सी विचाराधारा है जो सारी चीजें से निजात दिला सकती हैं। मैं कहूंगा कि ये वहीं विचाराधारा हैं जो जैन धर्म की ताकत है।"
नई दिल्ली, 25 फरवरी: भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को श्रवणबेलगोला एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि जैन धर्म की विचारधारा ही दुनिया में चल रहे हिंसा के दौर से छुटकारा मिल सकता है। राजनाथ सिंह जैन धर्म के भवध्यगिरी पर्वत श्रृंखला पर स्थित बाहुबली 58.8 फुट ऊंची पत्थर की विशालकाय प्रतिमा के महामस्तिकाभिषेक में शामिल होने के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। राजनाथ सिंह ने कहा, "ये हिंसा का दौर है, एक-दूसरे पर आधिपत्य स्थापित करने के दौर चल रहा है। इसमें कौन सी विचाराधारा है जो सारी चीजें से निजात दिला सकती हैं। मैं कहूंगा कि ये वहीं विचाराधारा हैं जो जैन धर्म की ताकत है।" कर्नाटक में इस साल विधान चुनाव होने हैं।
Ye hinsa ka daur hai, ek doosre par aadhipatya sthapit karne ka daur chal raha hai ismein kaun si vichaardhara hai jo in saari cheezon se nijaat dila sakti hai, main kahoonga ki ye wahi vichaardhara hai jo Jain dharm ki taakat hai: HM Rajnath Singh in Shravanabelagola, #Karnatakapic.twitter.com/ariqD4BVUo
— ANI (@ANI) February 25, 2018
भाजपा और कांग्रेस दोनों ही अभी से अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं। भाजपा जहां सत्ता में वापसी चाहती है, वहीं कांग्रेस अपनी सत्ता बरकरार रखना चहाती है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 12वीं सदी के समाज सुधारक बासवन्ना के उपदेशों का जिक्र करते हुए शनिवार को दावा किया कि उनकी पार्टी ने कर्नाटक में पिछले पांच साल में स्वच्छ प्रशासन दिया है। यहां बेलागावी जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, "बासवन्ना उपदेशों पर अमल करते हुए हमारी पार्टी पिछले पांच साल में कर्नाटक में स्वच्छ प्रशासन दिया है। हमने तेजी से विकास किया है और कोई झूठा वादा नहीं किया है।"
राहुल गांधी पूर्व में बंबई-कर्नाटक क्षेत्र का हिस्सा रहे प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। गांधी ने कहा, "दक्षिण भारत के इस प्रांत में कांग्रेस ने सही मायने में बासवन्ना के आर्ष वचनों को ग्रहण किया है और जो वह कहते थे, उसका अनुकरण किया है।"
उन्होंने कहा कि बासवन्ना कहते थे- किसी को तकलीफ मत पहुंचाओ। लेकिन मोदी की सरकार में दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बढ़ता जा रहा है। राहुल ने कहा, "हमने अक्का महादेवी जयंती और कित्तूर की रानी चेन्नमा जयंती मनानी शुरू की। भाजपा सिर्फ बोलती है और जब वह 2008 से 13 तक सत्ता में थी, तब राज्य में उसने कुछ नहीं किया। भ्रष्टाचार के कारण हर साल भाजपा का मुख्यमंत्री बदलता रहा।"