जगदीश शेट्टर ने चुनावी अखाड़े में चित होने पर कहा, "मैं तो हार गया, लेकिन मेरी चुनौती ने भाजपा को हरा दिया"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 14, 2023 08:46 AM2023-05-14T08:46:49+5:302023-05-14T08:50:07+5:30
जगदीश शेट्टर कर्नाटक की हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट से भाजपा प्रत्याशी महेश तेंगिनाका के हाथों 34,289 मतों के भारी अंतर से हार गये हैं। हार के बाद शेट्टर ने कहा कि भाजपा द्वारा की गई मेरी अनदेखी ही उसे चुनाव में ले डूबा।
बेंगलुरु: कर्नाटक चुनाव में भाजपा के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री और लिंगायत नेता जगदीश शेट्टर हुबली-धारवाड़ सेंट्रल सीट पर भाजपा प्रत्याशी महेश तेंगिनाका के हाथों से पराजित हो गये हैं। काग्रेस के टिकट पर खड़े जगदीश शेट्टर को कुल 60,775 वोट मिले, जबकि महेश तेंगिनाका को 95,064 वोट मिले। इस तरह से शेट्टर 34,289 मतों के अंतर से हार गये। वहीं इस सीट पर जेडीएस प्रत्याशी सिद्धलिंगेशगौड़ा एम को 513 वोट मिले।
हुबली-धारवाड़ से बेहद अपमानजनक हार का सामना करने वाले जगदीश शेट्टार ने इसे भाजपा की साजिश बताया और कहा कि उनकी बगावत के कारण भाजपा का पूरे राज्य से पतन हो गया है। शेट्टर ने चुनाव परिणान आने के बाद कहा, “मैं लोगों के जनादेश को स्वीकार करता हूं और मुझे खुद पर गर्व है कि मैंने भाजपा के खिलाफ लड़ने की इस चुनौती को स्वीकार किया क्योंकि उन्होंने मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचायी थी और उनके द्वारा की गई मेरी अनदेखी ही चुनाव में उन्हें ले डूबा।”
शेट्टर ने शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि भाजपा ने उनके जैसे लिंगायत नेताओं को दरकिनार करके भारी भूल की। उनके भ्रष्टाचार और खराब शासन ने विशेष रूप से उत्तर कर्नाटक में भाजपा को मिट्टी में मिला दिया। लिंगायत बेल्ट में परिणामों के विश्लेषण से पता चलता है कि लिंगायतों ने भारी संख्या में कांग्रेस का समर्थन किया है।
इससे पूर्व शनिवार दोपहर में पत्रकारों द्वारा यह पूछे जाने पर की क्या वो इस विधानसभा चुनाव के बाद राजनीति से सन्यास ले लेंगे, शेट्टर ने बेहद तल्ख रहजे में सीधे पीएम मोदी को निशाना बनाते हुए कहा। यह सवाल मुझसे पूछने की बजाय प्रधानमंत्री से पूछा जाना चाहिए कि 'क्या 2024 के बाद प्रधानमंत्री मोदी राजनीति छोड़ सकते है?"
भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा के बाद कर्नाटक में जगदीश शेट्टर को लिंगायत समुदाय का बड़ा नेता माना जाता है। लिंगायत समुदाय आबादी के लिहाज से 17 फीसदी है और कर्नाटक के राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाने के लिए जानी जाती है। इस लिंगायत से ताल्लुक रखने वाले शेट्टर को भाजपा ने विधानसभा चुनाव में टिकट देने से इनकार कर दिया था। जिसके कारण वो चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गये थे।
जगदीश शेट्टर ने पत्रकारों से बात करते हुए हुबली में कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब 73 वर्ष के हैं। वह चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे हैं। अब भारत के प्रधानमंत्री के पद पर दूसरा कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। क्या वह 2024 के बाद राजनीति छोड़ देंगे?"
उन्होंने आगे कहा, "वास्तव में मेरी सद्इच्छा है कि प्रधानमंत्री मोदी जहां हैं, बने रहे। ठीक उसी तरह मैं भी राजनीति में बने रहना चाहता हूं जब पीएम मोदी राजनीति में बने रह सकते हैं, तो भला मैं क्यों नहीं रह सकता। उनकी तरह मुझे भी लोगों का अपार जनसर्थन मिल रहा है।"
वहीं जगदीश शेट्टर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के उन आरोपों का भी जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जगदीश शेट्टर राजनीतिक तौर पर अतिमहात्वाकांक्षा के शिकार हैं। शेट्टर ने कहा, "प्रहलाद जोशी सांसद के रूप में अपने चौथे कार्यकाल का आनंद ले रहे हैं और इस समय वो केंद्र की सरकार में मंत्री हैं। क्या वो अति महत्वाकांक्षी नहीं है, क्या वो राजनीति से रिटायर हो रहे हैं?"