'विदेश में दिल्ली में बुनियादी सुविधाओं की कमी स्वीकार करते हुए शर्मिंदगी महसूस होती है', एस जयशंकर ने ऐसा क्यों बोला?
By रुस्तम राणा | Updated: February 2, 2025 15:09 IST2025-02-02T15:09:53+5:302025-02-02T15:09:53+5:30
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यह भी कहा कि दिल्ली पिछले एक दशक में 'पीछे छूट गई है और उन्होंने मतदाताओं से सरकार बदलने की अपील की।

'विदेश में दिल्ली में बुनियादी सुविधाओं की कमी स्वीकार करते हुए शर्मिंदगी महसूस होती है', एस जयशंकर ने ऐसा क्यों बोला?
Delhi Assembly Elections 2025: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह विदेश यात्रा करते हैं और यह स्वीकार करते हैं कि नई दिल्ली में बुनियादी सुविधाओं की कमी है, तो उन्हें "शर्मिंदगी" महसूस होती है। उन्होंने कहा कि आप की दिल्ली सरकार नागरिकों को आवश्यक सेवाएं प्रदान करने में विफल रही है।
विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली पिछले एक दशक में 'पीछे छूट गई है और उन्होंने मतदाताओं से सरकार बदलने की अपील की। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप पिछले 10 वर्षों से दिल्ली सरकार पर शासन कर रही है। जयशंकर की यह टिप्पणी दिल्ली में दक्षिण भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के दौरान आई।
उन्होंने कहा, "जब भी मैं विदेश जाता हूं, तो दुनिया से एक बात छिपाता हूं। मुझे विदेश जाकर यह कहने में शर्म आती है कि राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले लोगों को घर नहीं मिलता, गैस सिलेंडर नहीं मिलते, जल जीवन मिशन के तहत पाइप से पानी नहीं मिलता और आयुष्मान भारत का लाभ नहीं मिलता।"
उन्होंने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछले 10 सालों में दिल्ली को पीछे छोड़ दिया गया है। दिल्ली के निवासियों को पानी, बिजली, गैस, सिलेंडर, स्वास्थ्य उपचार जैसे उनके अधिकार नहीं दिए गए हैं। अगर यहां की सरकार आपको आपके अधिकार नहीं देती है तो 5 फरवरी को आप भी सोचिए कि इस सरकार को बदल देना चाहिए।"
जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने हैं, भारत के बारे में दुनिया की सोच में बहुत बदलाव आया है। दुनिया देख रही है कि जब पूरी दुनिया में आर्थिक स्थिति खराब है, तब भी हम छह से सात फीसदी की विकास दर बनाए हुए हैं।" 70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा में आप का दबदबा है और 58 सीटें उसके खाते में हैं। भाजपा के पास 7 सीटें हैं, जबकि पांच सीटें खाली हैं।