आईएनएक्स मीडिया मामले में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका उच्च न्यायालय से खारिज होने के बाद सीबीआई द्वारा उनकी तलाश किए जाने की पृष्ठभूमि में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने चिदंबरम के प्रति एकजुटता प्रकट करते हुए दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता का दुरुपयोग करके पूर्व वित्त मंत्री का ‘चरित्रहनन’ कर रही है।
दूसरी तरफ, कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद और अभिषेक मनु सिंघवी चिदंबरम की कानूनी रूप से पैरवी में लगे हुए हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार चिदंबरम का चरित्रहनन करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई और ‘बिना रीढ़ वाले मीडिया’ का इस्तेमाल कर रही है।
गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मोदी सरकार ईडी, सीबीआई और बिना रीढ़ के मीडिया के कुछ धड़ों का इस्तेमाल कर रही है ताकि चिदंबरम का चरित्रहनन किया जा सके।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं सत्ता के इस शर्मनाक दुरुपयोग की कड़ी निंदा करता हूं।’’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने आरोप लगाया कि सरकार ''शर्मनाक तरीके से'' चिदंबरम के पीछे पड़ी है क्योंकि वह बेहिचक सच बोलते हैं और सरकार की नाकामियों को सामने लाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह चिदंबरम के साथ खड़ी हैं और सच के लिए लड़ाई जारी रखी जायेगी।
प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ''बहुत ही योग्य और सम्मानित राज्यसभा सदस्य पी चिदंबरम ने दशकों तक बतौर वित्त मंत्री, गृह मंत्री और दूसरे पदों पर रहते हुए पूरी वफादारी से देश की सेवा की है।" उन्होंने दावा किया, '' वह बेहिचक सच बोलते हैं और इस सरकार की नाकामियों का खुलासा करते हैं। लेकिन सच कायरों के लिए सुविधाजनक नहीं होता इसलिए शर्मनाक तरीके से उनका पीछा किया जा रहा है।"
प्रियंका ने कहा, '' हम उनके साथ खड़े हैं और सच के लिए लड़ते रहेंगे, चाहे नतीजा कुछ भी हो।'' पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि चिदंबरम ने जांच में पूरा सहयोग किया है, लेकिन इस सरकार में जो ‘तुस्सी ग्रेट हो’ नहीं कहता, सरकार उसके पीछे पड़ जाती है।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘ भारत अब तक की, बदले की सबसे खराब राजनीति का गवाह बन रहा है। यह मोदी सरकार द्वारा किया जा रहा है। न्यायाधीश ने फैसला 7 महीने के लिए सुरक्षित रखा था और सेवानिवृत्ति से 72 घंटे पहले फैसला सुना भी दिया। इसके बाद सीबीआई और ईडी को छापा मारने के लिए भेज दिया गया। क्या यह बनाना रिपब्लिक है?’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ''विरोधियों को चुनकर निशाना बनाया जा रहा है। यह इस सरकार की कार्यशैली बन गयी है। '' शर्मा ने दावा किया, ''सिर्फ विरोधियों को निशाना बनाया जा रहा है। क्या भाजपा में केवल साधु-संत हैं ? कई ऐसे नेता हैं जो हमारी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस या किसी अन्य विरोधी पार्टी में रहते हुए जांच के घेरे में थे लेकिन भाजपा में शामिल होते ही वह संत हो गए और उनके खिलाफ जांच बन्द हो गयी।"
गौरतलब है कि आईएनएक्स मीडिया मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय से पूर्व केंद्रीय मंत्री चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद सीबीआई अधिकारी मंगलवार को उनके दिल्ली स्थित आवास पहुंचे। लेकिन वहां उनसे मुलाकात नहीं होने पर अधिकारियों ने एक नोटिस चस्पां कर उन्हें दो घंटे में पेश होने का निर्देश दिया।
इसके जवाब में चिदंबरम की कानूनी टीम ने कहा कि नोटिस में कानून के उन प्रावधानों का जिक्र नहीं किया गया है जिनके तहत उन्हें तलब किया गया। साथ ही उन्होंने उच्चतम न्यायालय में बुधवार को सुबह उनकी याचिका पर सुनवाई होने से पहले कोई बलपूर्वक कार्रवाई ना करने की अपील भी की। सीबीआई की टीम बुधवार को सुबह एक बार फिर चिदंबरम के आवास पहुंची थी। ईडी ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया है।